हाल ही में साल की शुरुआत हुई है। नए साल की शुरुआत में ही यूपी पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल देखा गया। इस फेरबदल में कई बड़े जिलों के अफसरों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया। इसी लिस्ट में कई सीनियर IPS के बंपर तबादले किए गए थे। लिस्ट के अनुसार गोरखपुर के ADG अखिल कुमार को वहां से हटाकर अब उन्हें कानपुर का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। आईपीएस अखिल कुमार की गिनती प्रदेश के तेजतर्रार अफसरों में की जाती है, ऐसे में अब जब उन्हें कानपुर का नया सीपी बनाया गया है, तो लोगों को उनसे काफी उम्मीदें हैं।
कौन हैं आईपीएस अखिल कुमार
जानकारी के मुताबिक, आईपीएस अखिल कुमार मूल रूप से बिहार के बेगूसराय के रहने वाले हैं। अगर बात करें इनके कार्यकाल की तो 1994 बैच के आईपीएस अफसर अखिल कुमार यूपी के लखनऊ, गाजियाबाद, अलीगढ़, कन्नौज, अमरोहा में एसपी, एसएसपी के रूप में काम कर चुके हैं। अपने काम की वजह से उन्हें कई बार सरकार से सम्मानित भी किया जा चुका है। आईपीएस अफसर अखिल कुमार की कार्यशैली ऐसी है, कि अपराधी उनसे थर-थर कांपते हैं। खबरों की मानें तो कानपुर में भी शहर की यातायात व्यवस्था, महिला अपराधों और विभाग की बेहतर छवि के लिए काम करना उनकी पहली प्राथमिकता में होगा। वे 2010 में डीआईजी मेरठ के पद पर रहे। वहीं से केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे।
विदेश व जल संसाधन मंत्रालय में रह चुके हैं तैनात
विदेश व जल संसाधन मंत्रालय में सेवा देने के बाद उनकी यूपी में वापसी हुई थी। विदेश मंत्रालय से आने के बाद उनकी पहली तैनाती गोरखपुर जनपद में बतौर एडीजी हुई थी। गोरखपुर में यातायात के अलावा अपराधियों पर नकेल के लिए कई ऑपरेशन चलाए। एडीजी के बाद अखिल कुमार को गोरखपुर जोन का कानपुर पुलिस कमिश्नर बनाया गया।
नाम के कांपते हैं अपराधी
फरियादियों की समस्या दूर करने वाले अखिल कुमार ने यूपी एसटीएफ में रहते हुए 2005 में डाकू निर्भय गुर्जर का एनकाउंटर किया था। 90 के दशक में 100 से ज्यादा मर्डर और 200 से ज्यादा किडनैपिंग कर यूपी-एमपी में आतंक का दूसरा नाम डकैत निर्भय गुर्जर था।उसके सिर पर सरकार ने 2.5 लाख रुपए का इनाम रखा था।
चाय पर चर्चा अभियान की भी की शुरुआत
एडीजी जोन गोरखपुर में तैनाती के दौरान अखिल कुमार ने ग्राम प्रहरी (चौकीदार ) अजय कुमार के घर जाकर चाय पीकर चाय पर चर्चा अभियान का शुभारंभ किया था। इस अभियान में वो उन पुलिसकर्मियों और चौकीदारों के साथ चाय पीते थे, जो अपने क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं