चार वर्ष की बच्ची का बचपन अब जेल में ही बीतेगा। जेल में सलाखों के पीछे ही उसे क, ख, ग सिखाया जाएगा। अब परी की परवरिश जेल में ही होगी। रेखा ने सौतेले बेटे शब्द की हत्या कर कई लोगों का जीवन तबाह कर दिया। हंसते खेलते परिवार को रेखा ने उजाड़ दिया। पति राहुल अपने इकलौते बेटे की मौत से पूरी तरह टूट गया है। रेखा की करतूत के बाद उसके मायके वाले उसका हल जानने तक थाने नहीं पहुंचे। पुलिस ने संपर्क किया तो उन्होंने पारी को रखने से मना कर दिया। यह कहकर फोन काट दिया कि उनका रेखा से रिश्ता नहीं है। मजबूरी में पुलिस को रेखा के साथ पारी को भी जेल भेजना पड़ रहा है।फूट-फूटकर रोई रेखा
थाने से जाते हुए बेटी को गोद में लेकर रेखा फूट-फूटकर रोने लगी। रेखा कह रही थी कि ‘पता नहीं था कि ऐसा होगा, इतनी बड़ी सजा मिलेगी।’ खुद का जीवन तो अंधेरे में रहा ही, बेटी का भी जीवन तबाह हो गया। उसे अपने किए पर पछतावा था। 4 वर्षीय बच्ची को जेल जाता देख महिला पुलिसकर्मियों की भी आंखें नम हो गईं। पुलिस वाले कह रहे थे परी को बिना किसी अपराध के जेल में रहना पड़ेगा। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 7 साल से कम उम्र के बच्चे पर मां का पहला अधिकार होता है। परी को अपने पास रखने की किसी ने इच्छा जाहिर नहीं की। सभी विकल्प समाप्त होने पर अब परी को भी अपनी मां रेखा के साथ जेल जाना पड़ रहा है।नाक पर मुक्का मारने की मिली इतनी बड़ी सजा
मोदीनगर के गोविंदपुरी कॉलोनी निवासी राहुल सेन की रेखा से दूसरी शादी हुई थी। राहुल सेन की पहली पत्नी से एक बच्चा था। 11 वर्ष का शब्द अपनी दूसरी मां के आने से उसके साथ घुल मिल नहीं पाया था। जिस वजह से अक्सर रेखा और शब्द का आमना सामना हो जाता था। कई बार शब्द अपनी सौतेली मां रेखा को अपशब्द कह देता था। उसके बाद रेखा नाराज हो जाती थी। रविवार को भी ऐसा ही कुछ हुआ, जब शब्द ने किसी बात पर रेखा की नाक पर मुक्का मार दिया और गुस्से में आकर बाल नोच दिए। इसके बाद रेखा के पास बैठी उसकी सहेली पूनम और रेखा ने मिलकर शब्द को मौत के घाट उतार दिया। रेखा ने बताया कि उसे इतना गुस्सा आ गया कि उसने अपनी सहेली के साथ मिलकर दुपट्टे से उसका गला घोट दिया और शव को पत्थर के साथ बांधकर सेफ्टी टैंक में डाल दिया था।