कल यूपी के नए डीजीपी प्रशांत कुमार ने कार्यभांर संभाल लिया है। लोकसभा चुनाव के पहले…
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UP DGP विजय कुमार के कार्यकाल का अंतिम दिन आज, कल लेंगे फेयरवेल
यूपी के कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार का आखिरी दिन है। कल उनका रिटायरमेंट है। उनके रिटायरमेंट की वजह से एक बार फिर से लोग ये कयास लगाने लगे हैं, कि आखिर अब यूपी पुलिस की कमान किसके हाथों में सौंपी जाएगी। हालांकि एक खबर ये भी है कि हो सकता है कि आगामी चुनावों को देखते हुए उनके कार्यकाल का समय बढ़ाया जा सकता है, लेकिन अभी इस तरह की कोई खबर सामने नहीं आ रही है। ऐसे में हर कोई नए डीजीपी के नाम का इंतजार कर रहा है।
डीजीपी विजय कुमार हैं 1988 बैच के अधिकारी
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।विजय कुमार की गिनती पुलिस महकमे में एक तेज तर्रार और ईमानदार अधिकारी के रूप में रही है। 31 मई 2023 को उन्हें डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। उस समय वह डीजी सीबीसीआईडी के पद पर तैनात थे। 7 नवंबर 2023 को उन्हें डीजी सीबीसीआईडी के पद से हटाकर निदेशक विजिलेंस के पद पर नियुक्त किया गया।
उन्होंने अपने कार्यवाहक डीजीपी के पद की जिम्मेदारी को भी बखूबी निभाया है। उनके कार्यकाल की सबसे बड़ी सफलता राम मंदिर का उद्घाटन है। हाल ही में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें देशभर से हजारों वीवीआईपी लोग अयोध्या पहुंचे। सभी की सुरक्षा की जिम्मेदारी यूपी पुलिस ने बखूबी निभाई। इसके साथ ही वर्तमान समय में जब एक साथ लाखों लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं, तब भी वहां सुरक्षा व्यवस्था बनी हुई है।
अनुभव की वजह से मिली थी जिम्मेदारी
अगर इनके कार्यकाल की बात करें तो आईपीएस विजय कुमार एसएसपी पीलीभीत, बांदा, मुजफ्फरनगर, गोरखपुर व लखनऊ के अलावा डीआईजी रेंज इलाहाबाद, मेरठ व आजमगढ़ के पद पर भी तैनात रहे हैं। आईजी जोन आगरा, कानपुर व गोरखपुर के तौर पर भी उन्हें फील्ड का अच्छा अनुभव है। वह एडीजी सुरक्षा, यातायात व पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनके इसी अनुभव के चलते उन्हें यूपी पुलिस की कमान सौंपी गई थी।
26 जनवरी के बाद फिर होगा UP Police में बड़ा फेरबदल, इन पदों के लिए हो रही अफसरों की रेस
26 जनवरी की तैयारी पूरे देश में शुरू हो गई है। इस तैयारी के साथ-साथ अब यूपी पुलिस में एक बार फिर से बड़े फेरबदल की तैयारी को भी पूरा कर लिया है। सुत्रों की मानें तो इस तबादला लिस्ट में विभाग के मुखिया डीजीपी और एडीजी एलओ के अलावा कुछ जोन के एडीजी, कमिश्रर और पुलिस कप्तानों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किए जाएंगे। होने वाले बदलावों में सबसे अहम डीजीपी और एडीजी एलओ के पदों पर तैनाती के लिए दावेदार अफसरों ने लामबंदी तेज कर दी है।
नहीं लगी किसी के नाम पर मुहर
जानकारी के मुताबिक, खबर ये भी आ रही है कि जिस तरह से लंबे समय से विभाग को कार्यवाहक मुखिया मिला है, ठीक उसी प्रकार से इस बार भी कार्यवाहक डीजीपी की तैनाती करने का मन बनाए हुए है। अब कार्यवाहक के लिए कौन अफसर उनके लिए सबसे मुफीद होगा इस पर मंथन जारी है।
इस पद के लिए इस बार पीवी रामाशास्त्री, रेणुका मिश्रा, एसएन साबत और प्रशांत कुमार के नाम रेस में शामिल हैं।। इसके अलावा डीजी आनंद कुमार को भी तीन माह के लिए कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने की चर्चा है। फिलहाल अभी किसी नाम पर मुहर नहीं लगी है।
एडीजी एलओ की कुर्सी के लिए रेस में ये अफसर
वहीं अगर बात करें एडीजी एलओ की कुर्सी की, बहुत से आईपीएस ऐसे हैं, जो इस पद के लिए रेस में हैं। इस लिस्ट में लखनऊ के पुर्व पुलिस कमिश्रर एस.बी शिरडकर, एडीजी स्थापना संजय सिंघल, कानपुर जोन के एडीजी आलोक सिंह, एडीजी रेलवे जेएन सिंह, एडीजी प्रयागराज जोन भानु भास्कर और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश शामिल हैं।
Muzaffarnagar: पदभार संभालते ही दिखे SSP के सख्त तेवर, थानेदारों को दी चेतावनी
हाल ही में नए साल की शुरुआत में ही कई आईपीएस अफसरों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया। इस लिस्ट में आईपीएस अभिषेक सिंह को मुजफ्फरनगर की कमान सौंपी गई। ऐसे में पदभार संभालते ही एसएसपी सख्त तेवर में दिखे। उन्होंने पदभार संभालते ही माफिया पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने के आदेश भी थानेदारों को दिए हैं।मुजफ्फरनगर एसएसपी ने सभी थानेदारों को दस साल का आपराधिक आंकड़ा लेकर बुलाया गया था। इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर ये आदेश जारी किए कि अगर कोई थाने का हिस्ट्रीशीटर या टॉप टेन में शामिल बदमाश अपराध करता है तो संबंधित थानेदार को लाइन भेज दिया जाएगा और विभागीय जांच अलग से कराई जाएगी।
एसएसपी ने गिनाईं प्राथमिकताएं
जानकारी के मुताबिक, कार्यभार संभालते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह सबसे पहले सभी थानेदारों और सीओ से परिचय प्राप्त करने के बाद एसएसपी अभिषेक सिंह ने थानेदारों और अधिकारियों को अपनी प्राथमिकताओं का बारे में बताया।
इसके बाद उन्होंने शराब, खनन, पशु, वन, भूमाफिया आदि माफियाओं के बारे मे जानकारी कर इस प्रकार के अपराधो मे संलिप्त अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत की गई कार्यवाही तथा उनके विरुद्ध पंजीकृत किये गए गैंगस्टर अधि0 के अभियोगों में वांछित अभियुक्तों की स्थिति की समीक्षा की।
गलती पर होगी विभागीय जांच
आगे उन्होंने निर्देश दिए कि अगर उनके थानाक्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर या फिर टाप टेन की सूची में शामिल बदमाश अपराध करता है तो संबंधित थानेदार से लेकर बीट सिपाही और हल्का इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया जाएगा और विभागीय जांच अलग से कराई जाएगी।
योगी सरकार ने 34 आईपीएस अफसरों को दिया नए साल से पहले प्रमोशन का गिफ्ट, SSP से बने DIG
उत्तर प्रदेश सरकार ने 34 आईपीएस अफसरों को प्रमोशन दिया है। यह सारे अफसर पुलिस अधीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपायुक्त जैसे पदों पर तैनात हैं। इन सभी को बतौर पुलिस उप-महानिरीक्षक पदोन्नत किया गया है। इसका आदेश उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने जारी कर दिया है। जिनमें अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी और मूल रूप से गाजियाबाद के रहने वाले आईपीएस अफसर संजीव त्यागी भी डीआईजी बन गए हैं।
यहां देखे किसे मिला प्रमोशन का तोहफा
- राजकमल यादव
- राकेश पुष्कर
- मनोज कुमार सोनकर
- कुलदीप नरायन
- मनीराम सिंह
- किरन यादव
- प्रमोद कुमार तिवारी
- राशीद खान
- एस आनंद
- राजीव नारायन
- सुशील कुमार सिंह
- अशोक कुमार-4
- प्रदीप गुप्ता
- डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह
- राधेश्याम
- कल्पना सक्सेना
- सुरेश्वर
- रामजी सिंह यादव
- संजय सिंह
- राम किशुन
- राजकमल यादव
- राकेश पुष्कर
- मनोज कुमार सोनकर
- कुलदीप नरायन
- मनीराम सिंह
- किरन यादव
- प्रमोद कुमार तिवारी
- राशीद खान
- एस आनंद
- राजीव नारायन
- सुशील कुमार सिंह
- अशोक कुमार-4
- प्रदीप गुप्ता
- डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह
IPS Promotion: 82 IPS के प्रमोशन का रास्ता साफ, 40 IPS अफसर बनेंगे DIG, जारी हुआ आदेश
यूपी के 82 आईपीएस के प्रमोशन का रास्ता साफ हो गया है। करीब 40 IPS अफसरों के प्रमोशन की मंजूरी मिल गई है। ये सभी SSP से प्रमोट होकर DIG बनेंगे। सभी अफसर 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। 2006 बैच के अफ़सर IG और 2010 बैच के IPS बनेगे DIG. वर्ष 1999 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस रमित शर्मा और डॉ. संजीव गुप्ता आईजी से एडीजी पद पर पदोन्नत किए जाएंगे। इसी तरह वर्ष 2006 बैच के आईपीएस डीआईजी से आईजी और 2010 बैच के आईपीएस एसपी से डीआईजी पद पर पदोन्नत किए जाएंगे, जबकि वर्ष 2011 बैच के अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड दिया गया है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में शनिवार को हुई विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक में इन अफसरों को पदोन्नत किए जाने की संस्तुति की गई।
प्रमुख सचिव व डीजीपी विजय कुमार बैठक में मौजूद
बैठक में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीजीपी विजय कुमार भी मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार कुल 82 आईपीएस अफसरों को प्रोन्नति का लाभ मिला है। बैठक में वर्ष 1991 और वर्ष 1992 बैच के आईपीएस अफसरों को डीजी पद पर प्रोन्नति देने की सिफारिश की गई है, जो भविष्य में होने वाली डीजी पद की रिक्तियों के सापेक्ष होगी। डीजी का पद रिक्त न होने से अभी 1990 बैच के ही सभी आईपीएस अफसरों को डीजी पद पर प्रोन्नति नहीं हो पाई है। आगामी 31 जनवरी को डीजीपी विजय कुमार के रिटायर होने के बाद 1990 बैच के एक आईपीएस की प्रोन्नति होगी।
2010 बैच के आईपीएस एडीजी पद पर प्रोन्नत
एडीजी पद पर प्रोन्नत होने वाले रमित शर्मा वर्तमान में प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर हैं, जबकि संजीव गुप्ता सचिव गृह के पद पर तैनात हैं। एसपी से डीआईजी पद पर प्रोन्नत किए जाने वाले वर्ष 2010 बैच के आईपीएस अफसरों में लगभग 32 अफसर शामिल हैं। इनमें वैभव कृष्ण, कलानिधि नैथानी, गौरव सिंह, प्रभाकर चौधरी, संजीव त्यागी, पूनम, कुंतल किशोर, हरीश चंद्र, सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, सत्येन्द्र कुमार व शिवहरि मीना आदि प्रमुख हैं।
इन अधिकारियों का हुआ प्रमोशन
IPS वैभव कृष्ण
IPS कलानिधि नैथानी
IPS गौरव सिंह
IPS प्रभाकर चौधरी
IPS संजीव त्यागी
IPS शगुन गौतम
IPS पूनम
IPS कुंतल किशोर
IPS हरीश चन्द्र
IPS सत्यार्थ अनिरुद्ध
IPS सतेंद्र कुमार
IPS शिव हरि मीना
IPS राहुल राज
IPS शफीक अहमद
IPS राधेश्याम
IPS कल्पना सक्सेना
IPS सुरेश्वर
IPS रामजी सिंह यादव
IPS संजय सिंह
IPS राम किशन
IPS राकेश पुष्कर
IPS मनोज कुमार सोनकर
IPS कुलदीप नारायण
IPS मनीराम सिंह
IPS किरण यादव
प्रमोद कुमार तिवारी
IPS शहाब रशीद खान
IPS एस आनंद तथा कुछ अन्य अफ़सर बने DIG
कोतवाली में दरोगा के पिस्टल से चली गोली महिला को जा लगी…आरोपी मौके से फरार
अलीगढ़ कोतवाली नगर के सीसीटीएनएस कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात दरोगा मनोज शर्मा की पिस्टल से…
त्योहारों पर सुरक्षा प्रबंध के लिए 246 कंपनी पुलिस बल तैनात, सादे कपड़ों में रहेंगे सुरक्षाकर्मी
त्योहारों पर पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त के लिए डीजीपी मुख्यालय ने 246 कंपनी पुलिस बल मुहैया कराया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में सुरक्षा संबंधी उपकरण भी दिए गये हैं ताकि अराजक तत्वों पर पैनी नजर रखी जा सके। दीपावली एवं दीपोत्सव के अवसर पर होने वाले विभिन्न आयोजनों की मॉनिटरिंग के लिए पुलिस मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम पर राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व समस्त जिलों की मॉनिटरिंग की जा रही है
स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि त्योहारों के दृष्टिगत 232 कंपनी पीएसी, 3 कंपनी एसडीआरएफ, 8 कंपनी यूपीएसएसएफ, 3 कंपनी सीएपीएफ तथा 400 प्रशिक्षु दरोगा को तैनात किया गया है। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय स्तर से प्रदेश के कुछ महत्वपूर्ण आयोजनों वाले जिलों को चिन्हित कर वहां तीन एसपी एवं कमांडेंट, 8 एडिशनल एसपी, 23 डिप्टी एसपी, एटीएस की कमांडो टीम, बीडीडीएस टीम तथा एंटी ड्रोन टीम को हैवी क्रेन, संचार उपकरण एवं आवश्यक संसाधन मुहैया कराये गये हैं।
सादे वस्त्रों में पुलिसकर्मियों की टीमें बॉडी वार्न कैमरे, वाइनाकूलर, ड्रैगन लाइट, एचएचएमडी, लाउड हेलर के साथ तैनात की गयी है। आयोजन स्थलों, प्रतिमा स्थल, पंडाल, मेला स्थलों, सराफा बाजार, पटाखा बाजार और संवेदनशील स्थलों पर ड्रोन कैमरे तथा सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है। क्राइम ब्रांच, इंटेलिजेंस और सोशल मीडिया सेल को सक्रिय एवं सतर्क रखा गया है। प्रदेश में आतिशबाजी की 2500 से अधिक दुकानों की चेकिंग करायी गयी है। उन्होंने बताया कि दीपावली पर प्रदेश में 11,500 से अधिक संख्या में मां लक्ष्मी एवं मां काली की प्रतिमाएं स्थापित की गयी हैं। समस्त बाजारों में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में गस्त की जा रही है
आखिर क्यों UP POLICE को दर्ज करनी पड़ी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय पर FIR, जानें- पूरा मामला
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के खिलाफ वाराणसी के लंका थाने में एफआईआर दर्ज हुई है. यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय के दिए गए बयान पर एबीवीपी के छात्रों ने थाने में शिकायत दी थी. कांग्रेस नेता अजय राय ने BHU-IIT छात्रा से छेड़छाड़ मामले में ABVP पर टिप्पणी की थी. अजय राय ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों को इस मामले के लिए जिम्मेदार ठहराया था. इसके साथ ही अजय राय ने कहा था कि RSS की विचारधारा सभी विश्वविद्यालयों पर हावी हो चुकी है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छात्रा साक्षी सिंह ने अजय राय पर मुकदमा दर्ज होने की जानकारी दी है.
कांग्रेस नेता अजय राय के खिलाफ 505 (2) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने वाराणसी के लंका थाने में पुलिस को शिकायत देते हुए लिखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो की देश भर के शिक्षण संस्थानों में कार्य करती है. 2 नवंबर 2023 को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में छेड़खानी की घटना हुई जिसकी अभी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. इसी बीच 3 नवंबर 2023 को कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक अजय राय द्वारा बयान दिया गया है कि इस घटना में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की संलिप्तता है.
वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि अजय राय का यह आरोप पूर्ण रूप से निराधार है और यह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छवि को खराब करने व उक्त गंभीर प्रकरण की जांच को प्रभावित करने की नियत से दिया गया है. इसके साथ ही ABVP सदस्यों द्वारा शिकायत में बताया गया कि कांग्रेस नेता अजय राय द्वारा आजम खान की गिरफ्तारी का जिक्र कर विश्वविद्यालय परिसर में जातीय और पार्थिक वैमनस्यता फैलाने का प्रयास भी किया जा रहा है.
4 साल की मासूम को जेल भेजने के मामले में Ghaziabad Police कमिश्नरेट के भी छलक गए आंसू, जाने क्यों…
जिस उम्र जेल शब्द के मतलब का भी पता नहीं होता, उस उम्र में अगर किसी…