गाजियाबाद जिले के मसूरी थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक खौफनाक घटना सामने आई, जिसने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया। नोएडा पुलिस की टीम एक वांछित अपराधी कादिर को पकड़ने के लिए उसके गांव नाहल पहुंची थी, लेकिन वहां टीम को स्थानीय लोगों के उग्र विरोध और हिंसक हमले का सामना करना पड़ा। कादिर की गिरफ्तारी के दौरान अचानक पथराव और फायरिंग शुरू हो गई, जिसमें कांस्टेबल सौरभ देशवाल की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। एक अन्य जवान सोनित गंभीर रूप से घायल हुआ है।
FIR में सामने आए सनसनीखेज आरोप
घटना को लेकर दर्ज हुई FIR में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पुलिस का कहना है कि मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम जब कादिर के पास पहुंची, तो उसने पहचान होते ही शोर मचाना शुरू कर दिया। वह चिल्लाने लगा – “मुझे पुलिस ने पकड़ लिया है, इन्हें मारो!” इतना सुनते ही आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस पर हमला बोल दिया। FIR में उल्लेख है कि कादिर बार-बार लोगों को उकसाते हुए कह रहा था – “ये पुलिस वाले हैं, इन्हें आज मारकर दफन कर दो।”
सात पुलिसकर्मी नाहल गांव में आरोपित कादिर को पकड़ने गई थी। इनमें पुलिस टीम में दारोगा उदित सिंह, निखिल, सिपाही सचिन, सौरभ, संदीप कुमार और सोनित भी शामिल थे। लोगों ने सभी पर फायरिंग शुरू कर दी।
हमले के दौरान पुलिस टीम जैसे-तैसे घायल सिपाहियों को बचाकर गाड़ी में बैठाने लगी, लेकिन तभी गाड़ी पर चारों ओर से पथराव शुरू हो गया। अफरा-तफरी के माहौल में किसी तरह घायल जवानों को अस्पताल ले जाया गया, जहां सौरभ को मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस ने आरोपी कादिर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं घटना के बाद पुलिस ने इलाके में सघन सर्च अभियान चलाया। रातभर करीब 200 पुलिसकर्मियों की टीम आरोपियों की तलाश में लगी रही।ल
इन मामलों में केस दर्ज
पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 191(2), 191(3), 190, 131, 125, 121(2), 132, 109(1), 103(1), 61(2), 50, 351(3) और धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।