उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने हाल ही में डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी, मुरादाबाद में प्रांतीय पुलिस सेवा (PPS) के 91वें बैच के 34 नवप्रशिक्षित डिप्टी एसपी अधिकारियों से मुलाकात की। इन अधिकारियों में 25 पुरुष और 9 महिला अधिकारी शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में अपना प्रशिक्षण पूरा किया है।
डीजीपी ने दी ये सलाह
इस विशेष अवसर पर डीजीपी ने नवप्रशिक्षित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक सच्चे पुलिस अधिकारी के भीतर नेतृत्व क्षमता, सकारात्मक सोच, स्पष्ट निर्णय लेने की शक्ति और तकनीकी अपराधों से निपटने की तैयारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह नया बैच केवल कानून का पालन कराने वाले अधिकारी नहीं, बल्कि भविष्य के नेतृत्वकर्ता भी हैं, जिन्हें बदलाव का प्रतिनिधि बनना है।
डीजीपी ने अधिकारियों को सिखाया कि ड्यूटी केवल वर्दी पहनने का नाम नहीं है, बल्कि यह दया, अनुशासन और जनता की सेवा की भावना से जुड़ी होती है। उन्होंने कहा, “स्वयं उदाहरण बनें, करुणा से नेतृत्व करें और स्पष्टता से निर्णय लें।” ये मंत्र उन्होंने सभी अधिकारियों को याद रखने को कहा।
ये अफसर रहे मौजूद
इस अवसर पर महानिदेशक (प्रशिक्षण) तिलोत्तमा वर्मा, अपर महानिदेशक राजीव सब्बरवाल, और बी.डी. पॉलसन (प्रशिक्षण मुख्यालय) भी उपस्थित रहे। सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने मिलकर नवागंतुक डिप्टी एसपी को आने वाली जिम्मेदारियों के प्रति प्रेरित किया। ये मुलाकात न केवल औपचारिक थी, बल्कि एक सीख और दिशा देने वाला अवसर भी, जो इन युवा अधिकारियों को उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि और कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने में सहायक बनेगा।