उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को शांतिपूर्ण एवं नकलमुक्त संपन्न कराने के लिए सभी जिलाधिकारियों (डीएम) और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रत्येक जिले में इंटीग्रेटेड हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए ताकि ग्रामीण और सुदूर इलाकों से आने वाले परीक्षार्थियों को किसी तरह की असुविधा न हो। इसके अलावा उन्होंने केंद्रों पर भी पुलिसकर्मियों के तैनाती के लिए आदेश जारी किए हैं।
डीजीपी ने कहा ये
जानकारी के मुताबिक, डीजीपी प्रशांत कुमार कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए लगातार कड़े कदम उठाते रहते हैं। इसी क्रम में अब उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं के दौरान भी विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।
डीजीपी ने परीक्षा की शुरुआत से पहले ही ये बात दिया है कि परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन, आईटी गैजेट्स एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री प्रतिबंधित रहेगी। परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वारों पर महिला और पुरुष पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे ताकि परीक्षार्थियों की उचित तरीके से तलाशी ली जा सके।
एसपी खुद उठाएं जिम्मेदारी
डीजीपी ने निर्देश दिया कि परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण एसपी स्वयं करें और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करें। परीक्षा केंद्रों के आसपास ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा, और संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर वॉइस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरों की निगरानी अनिवार्य होगी।
प्रश्नपत्रों को परीक्षा केंद्रों तक सुरक्षित पहुंचाने और परीक्षा समाप्त होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं को सुरक्षित गंतव्य तक भेजने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। यूपी 112 की गाड़ियां परीक्षा केंद्रों के अनुसार रूट चार्ट पर संचालित होंगी, जिससे यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे।