वाराणसी के लालपुर इलाके में हुए सनसनीखेज गैंगरेप मामले में कार्रवाई का दायरा अब अफसरों तक पहुंच चुका है। घटना के बाद लगातार उठ रहे सवालों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वाराणसी दौरे के दौरान अपडेट लेने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। इसी कड़ी में सोमवार देर रात बड़ा प्रशासनिक कदम उठाते हुए डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा को उनके पद से हटा दिया गया। उन्हें डीजीपी मुख्यालय, लखनऊ से अटैच किया गया है।
ये था मामला
यह घटनाक्रम 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच शुरू हुआ, जब एक नाबालिग छात्रा रहस्यमय तरीके से घर से लापता रही। घर लौटने के दो दिन बाद, 6 अप्रैल को छात्रा की मां ने लालपुर थाने में शिकायत दी, जिसके आधार पर 23 लोगों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज किया गया। इसमें 12 आरोपी नामजद थे और 11 अज्ञात।
हालांकि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद स्थानीय थाना और चौकी स्तर पर लापरवाही की गई। डीसीपी मीणा की ओर से संबंधित अधिकारियों पर कोई स्पष्ट कार्रवाई नहीं हुई, जिससे आला अधिकारियों में नाराजगी बढ़ गई।
अब तक पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 10 अन्य की पहचान की जा चुकी है। वहीं, डीजीपी मुख्यालय से यह संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले दिनों में अन्य जिम्मेदार अफसरों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
हाल ही में संभाला था पदभार
आईपीएस चंद्रकांत मीणा 2018 बैच के अधिकारी हैं और राजस्थान के मूल निवासी हैं। उन्होंने हाल ही में डीसीपी वरुणा का पदभार संभाला था। इससे पहले वे एडीसीपी काशी और क्राइम के पदों पर रह चुके हैं। गैंगरेप कांड में यह पहली बड़ी प्रशासनिक सर्जरी मानी जा रही है।