मुरादाबाद में डायल 112 पर तैनात सिपाही अमित ने रविवार को अपने किराए के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद पुलिस को उसके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अपने कुछ साथी पुलिसकर्मियों और होमगार्ड पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। नोट में उसने इन लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मुरादाबाद के नाम संदेश लिखा है। घटना के बाद अमित के परिवार ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अमरोहा का था निवासी
अमित मूल रूप से अमरोहा जिले के गजरौला का रहने वाला था। करीब दो महीने पहले ही उसने मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र के प्रकाश नगर, गली नंबर एक में किराए का मकान लिया था। रविवार सुबह मकान मालिक ने जब उसे कमरे में फंदे से लटका देखा तो जोर से चीख पड़े। तुरंत ही पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद सीओ सिविल लाइन कुलदीप गुप्ता और थाना प्रभारी मोहित चौधरी फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
कमरे की तलाशी के दौरान पुलिस को एक डायरी मिली, जिसमें अमित ने अपना आखिरी पत्र लिखा था। इस सुसाइड नोट में उसने अपने कुछ साथियों के नामों का जिक्र किया और उन पर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया।
परिवारजनों ने लगाया आरोप
वहीं परिवारजनों का कहना है कि लगातार मानसिक प्रताड़ना के कारण ही अमित ने यह कदम उठाया। पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है और सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर संबंधित आरोपों की सत्यता की जांच कर रही है। अब यह देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई की जाती है और दोषियों के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं।