केंद्र सरकार ने हाल ही में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 16 अधिकारियों को उच्च पदों के लिए सूचीबद्ध किया है। इन अधिकारियों को पुलिस महानिदेशक (DG) या समकक्ष पदों के लिए इंपैनल किया गया है। सूची में तमिलनाडु, बिहार, गुजरात, झारखंड, ओडिशा, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान और त्रिपुरा कैडर के अधिकारी भी शामिल हैं। केंद्र सरकार की ओर से इन अधिकारियों को उनकी वरिष्ठता और प्रशासनिक दक्षता के आधार पर चयनित किया गया है। सूत्रों इस सूची में उत्तर प्रदेश कैडर के तीन वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इम्पैनल लिस्ट में एडीजी सुजीत पांडेय, जकी अहमद और अशोक मुथा जैन का नाम शामिल किया गया है। आइए आपको बताते हैं कि ये तीनों अफसर कौन हैं।
कौन हैं आईपीएस हैं अशोक मुथा जैन
जानकारी के मुताबिक, यूपी कैडर के अशोक मुथा जैन चर्चित आईपीएस रहे हैं।1995 बैच के आइपीएस रहे जैन आंध्रप्रदेश में गुंटूर जिले के रहने वाले हैं। वाराणसी में तैनाती के दौरान उन्होंने कई ऐसे काम किए, जिसकी वजह से उनकी चर्चा होती रहती है। वो नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में वह डिप्टी डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं। इस पद पर रहते हुए उन्होंने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे व अभिनेता सुशांत राजपूत-रिया चक्रवर्ती ड्रग प्रकरण की तफ्तीश भी की थी।
कौन हैं सुजीत पांडे
बता दें कि 1994 बैच के आईपीएस अफसर सुजीत पांडेय बिहार के पटना के रहने वाले हैं। प्रयागराज जोन के एडीजी रहे सुजीत पांडेय को लखनऊ कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पहला कमिश्नर बनाया गया था। वह तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी रहे हैं। आईपीएस सुजीत पांडे ने बॉम्बे ब्लास्ट, नंदी ग्राम समेत अन्य कई बड़े बम ब्लास्ट मामलों में मुख्य रूप से काम किया है। वहीं अगर बात करें उनके कार्यकाल की तो वो यूपी के 12 से अधिक जिलों की कमान संभाल चुके हैं।
कौन हैं जकी अहमद
जकी अहमद ने अपने करियर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें लखनऊ के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) और पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (पीटीसी), सीतापुर के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) शामिल हैं। हालांकि, उनके कार्यकाल के दौरान कुछ विवाद भी सामने आए हैं। जुलाई 2022 में, सीतापुर के पीटीसी में तैनात कुछ कर्मचारियों ने एडीजी जकी अहमद और आईपीएस अधिकारी शफीक अहमद पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे।इसके अतिरिक्त, जकी अहमद पर रंगदारी मांगने के आरोप में एक मामला दर्ज किया गया था।