शनिवार, 10 मई 2025 को जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई अकारण गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक बहादुर जवान, उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गए। इस हमले में सात अन्य जवान घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। BSF के वरिष्ठ अधिकारियों ने जानकारी दी कि शहीद जवान ने मोर्चे पर वीरतापूर्वक नेतृत्व करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया।
शोक में डूबा पूरा इलाका
मोहम्मद इम्तियाज बिहार के छपरा जिले के गड़खा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के रहने वाले थे। जैसे ही शहादत की खबर उनके गांव पहुंची, पूरा इलाका शोक में डूब गया। परिजनों के साथ-साथ पूरे गांव में गर्व और गम का मिश्रित माहौल है। स्थानीय लोग परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे, वहीं रविवार शाम तक पार्थिव शरीर गांव पहुंचने की संभावना है।
सभी कर रहे नमन
बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “हम बहादुर उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज के राष्ट्र के प्रति सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं।” बल के महानिदेशक समेत सभी अधिकारियों ने उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ” “जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर देश की सुरक्षा के लिए शहादत देने वाले छपरा, बिहार के रहने वाले BSF के बहादुर सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज साहब की वीरता और बलिदान पर सलाम एवं कोटिशः नमन. देशवासी सदैव उनके शौर्य, पराक्रम, साहस, बलिदान और देशप्रेम को नमन करता रहेगा।”
लग गया युद्धविराम
घटना के कुछ ही घंटों बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा कर दी गई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों ने शनिवार शाम पांच बजे से सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाई, गोलीबारी और हमलों पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। यह शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।