बरेली जिले में कांवड़ यात्रा और मोहर्रम जैसे संवेदनशील अवसरों को देखते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की है। रिजर्व पुलिस लाइन में लंबे समय से तैनात 54 पुलिसकर्मियों को फील्ड ड्यूटी पर लगाया गया है, जिनमें 28 इंस्पेक्टर और 26 दरोगा शामिल हैं। इन तबादलों को मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनज़र बेहद अहम माना जा रहा है।
फरीदपुर में स्मैक तस्करी के बदले नौ लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित चल रहे इंस्पेक्टर रामसेवक सिंह को हाईकोर्ट के आदेश पर बहाल किया गया था। अब उन्हें क्राइम ब्रांच में जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:
- इंस्पेक्टर राजकुमार सिंह को डीसीआरबी प्रभारी बनाया गया है, जबकि गिरीश प्रसाद को डीसीआरबी से हटाकर पुलिस लाइन भेजा गया है।
- इंस्पेक्टर प्रदीप चतुर्वेदी को रिट सेल और सिंगल विंडो का कार्यभार दिया गया है।
- धर्मेंद्र सिंह को मानवाधिकार व जन सूचना सेल की कमान मिली है।
- राजेश कुमार को विशेष जांच प्रकोष्ठ व सीसीटीएनएस की जिम्मेदारी दी गई है।
- हरपाल सिंह को एसएसपी का नया पीआरओ नियुक्त किया गया है।
थानों में फेरबदल और क्षेत्रीय जिम्मेदारियां
- चमन सिंह को क्राइम इंस्पेक्टर के रूप में शीशगढ़ भेजा गया है।
- विपिन कुमार को बिथरी चैनपुर, जबकि आदेश कुमार को हाफिजगंज का क्राइम इंस्पेक्टर बनाया गया है।
- सुधीर कुमार को भमोरा, देवेंद्र कुमार को किला और भारत सिंह को सिरौली थाने में नई तैनाती दी गई है।
- सुभाष कुमार को इज्जतनगर और सुदेश पाल सिंह को क्राइम इंस्पेक्टर सीबीगंज में नियुक्त किया गया है।
समन्वय और सतर्कता का संदेश
इन तबादलों से साफ है कि पुलिस लाइन में निष्क्रिय पड़े कर्मियों को अब फील्ड की जिम्मेदारियों में लगाया जा रहा है, जिससे आगामी आयोजनों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में कोई चूक न हो। एसएसपी अनुराग आर्य की यह कार्यवाही न केवल प्रशासनिक पुनर्संरचना है, बल्कि यह सुरक्षा में चुस्ती और जवाबदेही लाने की रणनीति भी मानी जा रही है।