उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब अंतिम चरण में है और इसके संचालन की तैयारियाँ तेज़ हो गई हैं। सुरक्षा के लिहाज से यूपी पुलिस का विशेष दस्ता तैयार किया जा रहा है।
पहले बैच में 45 पुलिसकर्मियों को इमिग्रेशन सर्विसेज की खास ट्रेनिंग दी जा चुकी है, जबकि शेष 131 कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। इन सभी को जुलाई तक लखनऊ स्थित फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह पहल ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की सिफारिश पर की गई है।
इन पुलिसकर्मियों को मिल रही ट्रेनिंग
राज्य सरकार ने इस एयरपोर्ट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में प्रस्तुत किया है। प्रशासन इसे एशिया का सबसे बड़ा और सबसे सुरक्षित एयरपोर्ट बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
तैनात किए जा रहे सभी पुलिसकर्मी 50 वर्ष से कम उम्र के, ग्रेजुएट, और अंग्रेजी व कंप्यूटर ज्ञान में दक्ष हैं। इन्हें पासपोर्ट वेरीफिकेशन, ई-विज़ा मॉनिटरिंग, अपराधियों की पहचान, और इमरजेंसी रिस्पॉन्स जैसी आधुनिक तकनीकों की थ्योरी व फील्ड ट्रेनिंग दी जा रही है।
ये अफसर दे रहे ट्रेनिंग
ट्रेनिंग की निगरानी IPS अधिकारी हर्ष सिंह द्वारा की जा रही है। एयरपोर्ट के संचालन के साथ ही 19 इमिग्रेशन काउंटर काम करना शुरू करेंगे, जिनमें से 10 आगमन और 9 प्रस्थान के लिए होंगे। ये सभी काउंटर प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों द्वारा संचालित किए जाएंगे। इस पूरी व्यवस्था का उद्देश्य यात्रियों को फ्रेंडली लेकिन मजबूत सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराना है।