उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में कार्यरत 228 पुलिसकर्मियों की मेहनत रंग लाई है। लंबे समय से सेवा दे रहे इन मुख्य आरक्षियों (दीवान) को अब दरोगा (उप निरीक्षक) पद पर प्रमोशन मिल गया है।
यह निर्णय उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, लखनऊ की प्राधिकृत चयन समिति ने लिया है, जिसे पुलिस महानिदेशक के अनुमोदन के बाद अमल में लाया गया है।
दी जाएगी ट्रेनिंग
इन सभी पुलिसकर्मियों को अपने ही जिले, शाखा या इकाई में उप निरीक्षक नागरिक पुलिस के रूप में पदभार ग्रहण करने के निर्देश जारी किए गए हैं। हालांकि, एक जरूरी शर्त भी रखी गई है।
प्रमोशन पाने वाले हर कर्मी को पहले आवश्यक आधारभूत प्रशिक्षण (बेसिक ट्रेनिंग) पूरी करनी होगी। जिन पुलिसकर्मियों ने अब तक यह ट्रेनिंग पूरी नहीं की है, उनके प्रमोशन को फिलहाल प्रभावी नहीं माना जाएगा।
तभी होगा प्रमोशन प्रभावी
पुलिस विभाग का कहना है कि ये कदम न सिर्फ अनुशासन बनाए रखने के लिए है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि नई जिम्मेदारियां संभालने से पहले कर्मी पूरी तरह प्रशिक्षित हों। विभाग ने साफ कहा है कि जब तक ट्रेनिंग की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक प्रमोशन की प्रक्रिया को अंतिम रूप नहीं दिया जाएगा।