उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में महिला सिपाहियों ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला सिपाहियों का आरोप है कि ट्रैफिक इंस्पेक्टर उनसे अभद्रता करते हैं और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। एसपी विद्यासागर मिश्र ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शाहबाद सीओ हर्षिता सिंह के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर दी है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले पांच महिला सिपाही एसपी के सामने पेश हुई थीं और उन्होंने एक लिखित प्रार्थनापत्र सौंपा था। इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि टीआई उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। साथ ही, ड्यूटी के दौरान उन्हें मूलभूत सुविधाएं, जैसे कि बाथरूम की सुविधा नहीं मिलती, और जब वे मजबूरी में इधर-उधर जाती हैं, तो टीआई इस पर भी आपत्ति जताते हैं।
एसपी द्वारा गठित जांच टीम में सीओ हर्षिता सिंह के साथ महिला थानाध्यक्ष रजनी द्विवेदी को भी शामिल किया गया है। टीम ने महिला सिपाहियों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके।
वहीं, आरोपों पर सफाई देते हुए टीआई विजेंद्र सिंह उन्होंने अभद्र भाषा और अन्य आरोपों को गलत बताया। उन्होंने बताया कि महिला कांस्टेबलों की सुबह मैराथन ड्यूटी लगाई गई थी, और ये इमरजेंसी ड्यूटी थी, जिसे लेकर शिकायत की गई।
एसपी ने कहा ये
मामले में एसपी विद्यासागर मिश्र ने स्पष्ट किया कि महिला कांस्टेबलों की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है। जांच के निष्कर्ष के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।