लखनऊ के पुलिस मुख्यालय में उस दिन एक अलग ही ऊर्जा देखने को मिली, जब यूपीएससी टॉपर शक्ति दुबे ने पुलिसकर्मियों के बच्चों से प्रेरणादायक संवाद किया। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार की पहल पर आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य था—पुलिस परिवारों के बच्चों को प्रोत्साहित करना, उनके सपनों को उड़ान देना और आत्मविश्वास से भरना।
कौन हैं शक्ति दुबे
शक्ति दुबे कोई आम प्रतियोगी नहीं, बल्कि एक ऐसे पुलिस परिवार से आती हैं, जहाँ अनुशासन और सेवा का भाव बचपन से ही संस्कारों में घुला रहा। उनके पिता उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा के पद पर कार्यरत हैं। कठिन परिस्थितियों, सीमित संसाधनों और व्यस्त पारिवारिक माहौल के बावजूद शक्ति ने यह दिखा दिया कि यदि इरादा मजबूत हो, तो कोई मंज़िल दूर नहीं।
उनका यह सफर उन हजारों बच्चों के लिए प्रेरणा है जो पुलिस परिवारों से आते हैं और जिनके पास सपनों की ऊंची उड़ान भरने के लिए शायद मंच या मार्गदर्शन नहीं होता।
साझा किए अपने अनुभव
कार्यक्रम में शक्ति ने न केवल अपनी यात्रा साझा की, बल्कि यह भी बताया कि कैसे आत्मविश्वास, अनुशासन और नियमित अध्ययन उनके सफलता के स्तंभ रहे। उन्होंने बच्चों से कहा, “आप किसी भी पृष्ठभूमि से हों, अगर आपके भीतर जज़्बा है तो आप किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं।”
इस तरह का आयोजन पुलिस मुख्यालय द्वारा अपने परिवार के प्रति किए जा रहे सकारात्मक प्रयासों की मिसाल है। दरोगा की बेटी से आईएएस टॉपर बनी शक्ति दुबे आज पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा बन गई हैं। उनका यह सफर हर पुलिसकर्मी के बच्चे को यह विश्वास देता है कि वर्दी के पीछे सिर्फ त्याग नहीं, बल्कि सपनों की एक पूरी दुनिया भी पलती है।