उत्तर प्रदेश एसटीएफ और झारखंड पुलिस के संयुक्त अभियान में एक बड़ी कामयाबी मिली है। कुख्यात अपराधी मुख्तार अंसारी के गैंग का शार्प शूटर अनुज कनौजिया को जमशेदपुर में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया। वह कई वर्षों से फरार था और उस पर ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित था। इस एनकाउंटर के बाद मुख्तार अंसारी गैंग को बड़ा झटका लगा है। पुलिस अब गैंग के अन्य सदस्यों की धरपकड़ में जुटी है ताकि इस आपराधिक सिंडिकेट को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
यूपी एसटीएफ के डीएसपी ने किया नेतृत्व
जानकारी के मुताबिक, अनुज कनौजिया पूर्वांचल के आपराधिक गिरोहों में एक बड़ा नाम था। वह मुख्तार अंसारी के नेटवर्क का महत्वपूर्ण सदस्य था और कई संगठित अपराधों में उसकी संलिप्तता थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था, जिससे उसे पकड़ना चुनौतीपूर्ण बना हुआ था।
इस अभियान का नेतृत्व यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी डीके शाही ने किया। खुफिया इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने उसे घेर लिया। खुद को फंसता देख अनुज ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से वह मौके पर ही ढेर हो गया। इस मुठभेड़ में डिप्टी एसपी डीके शाही भी घायल हुए हैं।
24 संगीन मामले हैं दर्ज
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने दो अत्याधुनिक हथियार बरामद किए, जिनमें 9MM ब्राउनिंग सर्विस पिस्टल और .32 बोर की पिस्टल शामिल हैं। ये हथियार आमतौर पर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं, जो अनुज के प्रभाव और गैंग के खतरनाक नेटवर्क का संकेत देते हैं। पुलिस के मुताबिक, अनुज के खिलाफ मऊ, गाजीपुर और आजमगढ़ में हत्या, फिरौती, और सुपारी किलिंग समेत 24 संगीन मामले दर्ज थे।