13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो गई है। अभी तक करोड़ों लोग महाकुंभ में संगम स्नान के लिए पहुंचें हैं। आगामी समय में भी करोड़ों लोगों के महाकुंभ पहुंचनें की संभावना है। इतने लोगों की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु अत्याधुनिक उपकरण और संसाधनों की व्यापक खरीदारी की है। ये संसाधन महाकुंभ के उपरांत प्रदेश के विभिन्न जिलों में पुलिस बल की क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक होंगे।
खरीदा गया है ये सामान
जानकारी के मुताबिक, आंकड़ों की बात करें तो महाकुंभ की शुरुआत में सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए 235 चार पहिया वाहन और बड़ी संख्या में दो पहिया वाहन खरीदे गए थे। ये सभी वाहन महाकुंभ के बाद जिलों की पुलिस के उपयोग में आएंगे। इसके साथ-साथ एटीएस ने आठ एटीवी खरीदे हैं, जो रेत और कठिन भूभाग में संचालन में सक्षम हैं। एनएसजी द्वारा उपयोग किए जाने वाले तीन व्हीकल कमांड पोस्ट खरीदे गए हैं, जो कुंभ के बाद में चलते-फिरते कंट्रोल रूम के रूप में कार्य करेंगे। इसके साथ-साथ 13 टीथर्ड ड्रोन, चार कंटीन्यूअस स्काई लाइटिंग ड्रोन, और एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदे गए हैं, जो महाकुंभ के बाद अति संवेदनशील जिलों में निगरानी और सुरक्षा में सहायक होंगे। जल सुरक्षा के लिए एटीएस ने एक बड़ी एम्फीबियस बोट समेत चार बोट्स खरीदी हैं, जो जल और थल दोनों जगह संचालन में सक्षम हैं। इसके अतिरिक्त, यूपी पुलिस ने 50 से अधिक बोट्स खरीदी हैं, जो बाढ़ राहत और जल पुलिसिंग में उपयोगी होंगी। वायरलेस विभाग ने महाकुंभ के लिए अत्याधुनिक कम्युनिकेशन उपकरण खरीदे हैं, जिससे मेला क्षेत्र में संचार व्यवस्था मजबूत होगी।
महाकुंभ के उपरांत यूपी पुलिस करेगी इस्तेमाल
इन सभी संसाधनों की खरीद से महाकुंभ 2025 के दौरान सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी, और आयोजन के पश्चात ये उपकरण प्रदेश के विभिन्न जिलों में पुलिस बल की कार्यक्षमता को बढ़ाएंगे, जिससे कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहायता मिलेगी।