UP: सिपाही भर्ती को लेकर भर्ती बोर्ड ने किया बड़ा फैसला, जानें आप भी

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उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने 6 फरवरी को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जानकारी दी कि शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) के दौरान अभ्यर्थियों को कलाई घड़ी पहनने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, परीक्षा स्थल पर डिजिटल घड़ी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे उम्मीदवारों को समय देखने में सुविधा होगी।

लिया गया ये फैसला

जानकारी के मुताबिक, आरक्षी नागरिक पुलिस भर्ती-2023 के लिए कुछ उम्मीदवारों ने कलाई घड़ी पहनने की मांग की थी। उस बात पर काफी समय से विचार चल रहा था। जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि कलाई घड़ी की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बोर्ड ने पोस्ट करके लिखा कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एंव प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 के अन्तर्गत अर्ह अभ्यर्थियों के लिए आयोजित किए जाने वाले शारीरिक दक्षता परीक्षण (PET ) के दौरान कलाई घड़ी के इस्तेमाल का अनुरोध कतिपय अभ्यर्थियों द्वारा किया गया था। बोर्ड द्वारा उक्त अनुरोध पर सम्यक विचारोपरांत यह निर्णय लिया गया है कि परीक्षण की शुचिता के दृष्टिगत अभ्यर्थी किसी भी प्रकार की कलाई घड़ी का इस्तेमाल पी0ई0टी0 के दौरान नहीं करेंगे । किंतु, अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए पी0ई0टी0 स्थल पर डिजिटल घड़ी का प्रबंध बोर्ड द्वारा किया जा रहा है।- परीक्षा नियंत्रक, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, लखनऊ ।

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UP Police फिजिकल टेस्ट की शुरुआत कब होगी?

आपको बता दें कि शारीरिक परीक्षा केवल उन उम्मीदवारों के लिए होगी जिन्होंने दस्तावेज़ सत्यापन (DV) और शारीरिक मानक परीक्षण (PST) में सफलता प्राप्त की है। इस फिजिकल टेस्ट (PET) की शुरुआत 10 फरवरी से होगी। इस टेस्ट में पुरुष उम्मीदवारों को 25 मिनट में 4.8 किमी दौड़ पूरी करनी होगी। महिला उम्मीदवारों को 14 मिनट में 2.4 किमी दौड़ पूरी करनी होगी। इस भर्ती में कुल 60,244 आरक्षी पदों के लिए चयनित उम्मीदवारों को 9 महीने की विस्तृत ट्रेनिंग दी जाएगी।

डीजीपी ने दी थी जानकारी

DGP प्रशांत कुमार ने मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में बताया कि यह प्रदेश की सबसे बड़ी सीधी भर्ती प्रक्रिया है। अंतिम परीक्षा में सफल उम्मीदवारों का कैरेक्टर वेरिफिकेशन उनके गृह जिले में किया जाएगा।

इसके बाद 75 जिलों में एक महीने की प्रारंभिक ट्रेनिंग (JTC) आयोजित की जाएगी। इसके बाद फिर 9 महीने की फंडामेंटल ट्रेनिंग अन्य चयनित केंद्रों पर कराई जाएगी।

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