आजमगढ़ जिले में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अमरजीत यादव को जेल से रिहा होते ही दोबारा गिरफ्तार कर लिया। उस पर इटौरा चौकी प्रभारी के साथ दुर्व्यवहार करने, वर्दी फाड़ने की कोशिश करने, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस ने उसके काफिले में शामिल 7 वाहनों को सीज किया, जिनमें से एक से 5 लाख रुपये नकद, फूल-माला और मिठाई बरामद की गई।
ये है मामला
इटौरा चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार के अनुसार, वह हेड कांस्टेबल धर्मराज भारती के साथ इटौरा तिराहे पर मौजूद थे। इसी दौरान गुप्त सूचना मिली कि महराजगंज थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर अमरजीत यादव की जेल से रिहाई के बाद उसका काफिला इलाके में घूम रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने वाहनों की चेकिंग शुरू की। एक काली स्कॉर्पियो को रोकने पर उसमें सवार अमरजीत यादव गाड़ी से उतरते ही पुलिस से धक्का-मुक्की करने लगा। उसने चौकी प्रभारी की वर्दी का मोनोग्राम नोच दिया और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने की कड़ी कार्रवाई
घटना की जानकारी तत्काल ही सिधारी प्रभारी निरीक्षक शशिचंद्र चौधरी को सूचना दी गई। इसके बाद मुबारकपुर के प्रभारी निरीक्षक निहारनंदन कुमार और जहानागंज के प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र कुमार भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अमरजीत यादव की स्कॉर्पियो की तलाशी ली, जिसमें से 5 लाख रुपये नकद और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ।
पूछताछ के दौरान वह इस नकदी के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सका। वाहन के कागज भी उसके पास नहीं थे। इसके बाद दोनों स्कॉर्पियो सहित कुल 7 वाहनों को सीज कर दिया गया।
एसपी ग्रामीण का बयान
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि अमरजीत यादव महाराजगंज थाने का कुख्यात अपराधी है, जिसके खिलाफ 20 से 30 मुकदमे दर्ज हैं। वह बीते दिन ही जेल से रिहा हुआ था।
पुलिस को जानकारी मिली कि उसके समर्थकों और रिश्तेदारों ने 20-30 गाड़ियों का काफिला निकाला था। इस पर पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए जुलूस को रोकने की कोशिश की। इसी दौरान हिस्ट्रीशीटर ने पुलिस से अभद्रता और मारपीट की। इटौरा चौकी प्रभारी की तहरीर के आधार पर अमरजीत यादव के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। एमवी एक्ट के तहत 7 वाहन सीज किए गए हैं और मामले की आगे जांच की जा रही है।