अयोध्या में रामनवमी पर सुरक्षा के लिए UP POLICE ने किये कड़े प्रबंध

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श्री राम जन्मभूमि परिसर में भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली रामनवमी मनाई जा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु राम नगरी पहुंचेंगे, यह सिलसिला शुरू हो गया है। प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। पूरे रामनगरी को 7 जोन और 39 सेक्टर में बांटा गया है। संपूर्ण रामनगरी को सीसीटीवी कैमरा से लैस किया गया है। सरयू घाट समेत भीड़ भाड़ वाले स्थान पर ड्रोन कैमरे से हर गति विधि पर नजर रखी जाएगी।

श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना

प्राण प्रतिष्ठा के बाद 9 अप्रैल से रामनगरी में रामनवमी मेला चल रहा है। जो 17 अप्रैल रामनवमी के दिन राम के प्रकटोत्सव तक चलेगा। इस बार रामलाल के जन्मोत्सव को देखने के लिए करीब 25 लाख श्रद्धालुओं के रामनगरी में पहुंचने की संभावना है। आज शाम से श्रद्धालुओं राम नगरी पहुंचने लगेंगे। रामनवमी पर सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। संपूर्ण मेला क्षेत्र को 7 जोन 39 सेक्टर में विभाजित किया गया है। इसके अलावा दो यातायात जोन बनाए गए है। जिसके तहत 11 क्लस्टर में पूरे राम नगरी को विभाजित कर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है। ताकि यातायात गतिशील है।

आवागमन और प्रस्थान पर नजर रखी जाएगी

अयोध्या राम नगरी में विभिन्न 24 स्थान पर लगे एएनपीआर कैमरा के माध्यम से रामनगरी आने वाले वाहनों और श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन किया जाएगा। गोंडा सीमा पर लगाए गए कैमरों के माध्यम से वाहनों और श्रद्धालुओं के आवागमन और प्रस्थान पर नजर रखी जाएगी। अयोध्या धाम में स्थापित सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से विभिन्न स्थलों पर भीड़ का आकलन व विभिन्न ट्रैफिक डायवर्सन की आवश्यकता का आकलन एवं निर्णय लिया जाएगा। रामनवमी मेला में आए हुए श्रद्धालुओं के प्रतीक गतिविधियों पर पुलिस प्रशासन की नजर रहेगी। पूरे मेला क्षेत्र में 560 कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ-साथ विभिन्न क्षमताओं के 10 ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। जो श्रद्धालुओं के हर मूवमेंट पर अपनी नजर रखेंगे। राम पथ पर 111 स्थान पर हाई क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जो श्रद्धालुओं की भीड़ और दबाव का आकलन करेंगे। जिससे कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी तत्काल निर्णय ले सके।

अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई

रामनवमी पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसका भी खास ध्यान रखा गया है। इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षा बल की जवानों को तैनात किए गए है। 11 अपर पुलिस अधीक्षक, 26 पुलिस उपाधीक्षक, 150 निरीक्षक, 400 उप निरीक्षक, 25 महिला उपनिरीक्षक, 1305 पुलिस के जवान, 250 महिला पुलिस, 15 कंपनियां पीएससी की तैनाती की गई है। वही सरयू तट से भी निगरानी के लिए दो कंपनियां बाढ़ राहत और एक टीम एनडीआरएफ और एक कंपनी एटीएस की अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है। प्रत्येक जोन में पुलिस व्यवस्था के प्रभारी एक अपर पुलिस अधीक्षक तथा प्रत्येक सेक्टर के प्रभारी अधिकारी एक पुलिस उपाधीक्षक निरीक्षक बनाए गए हैं। संपूर्ण मेल परिषद में 24 घंटे सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सुरक्षा के मद्देनजर रामनगरी के स्टेशनों को दो श्रेणी में बांटा गया है। अयोध्या धाम जंक्शन रामघाट हाल्ट और अयोध्या कैंट जंक्शन को एक श्रेणी में रखा गया। डायवर्जेंट के तहत रेलवे स्टेशन के अन्य रेलवे स्टेशनों को आरक्षित किया गया है आपात स्थिति के लिए सिटी स्टेशन के रूप में विकसित हो रहे दर्शन नगर पुराने सिटी स्टेशन आचार्य नरेंद्र देव नगर व माल गोदाम के रूप में विकसित हो रहे सलारपुर रेलवे स्टेशन पर भी पुलिस बल तैनात रहेंगे।

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