उत्तर प्रदेश पुलिस में हाल ही में नियुक्त हुए 60,244 आरक्षियों की ट्रेनिंग शुरू होते ही एक नया ट्रेंड सामने आया—सोशल मीडिया पर वायरल होती रील्स। इंस्टाग्राम से लेकर फेसबुक तक, नवनियुक्त सिपाही फोटो शूट और ट्रेनिंग से जुड़े वीडियो धड़ल्ले से पोस्ट कर रहे हैं। कई वीडियो में तो ट्रेनिंग कैंपस की झलक और अभ्यास सत्र भी दिखाए जा रहे हैं। हालांकि, यह डिजिटल उत्साह अब विभाग की नजरों में आ गया है।
नतीजा यह हुआ कि पुलिस विभाग को सोशल मीडिया पर नियंत्रण को लेकर स्पष्ट निर्देश जारी करने पड़े। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने सभी जिलों के एसपी, एसएसपी और पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर कहा है कि नवनियुक्त सिपाही सोशल मीडिया का अनुशासित और मर्यादित उपयोग करें।
विभाग ने जताई चिंता
विभाग ने खास तौर पर ट्रेनिंग कैंपस से वीडियो या रील बनाने, वर्दी में अनावश्यक प्रदर्शन और विभागीय गोपनीयता के उल्लंघन पर चिंता जताई है। साथ ही, कहा गया है कि ऐसे पोस्ट पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
यूपी पुलिस के अनुसार, सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय गोपनीयता, अनुशासन और नियमों का पालन अनिवार्य है। अब नवनियुक्त आरक्षियों को ‘सोशल मीडिया आचरण’ पर विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि वे ड्यूटी के साथ-साथ डिजिटल मर्यादा का पालन कर सकें।
अमित शाह ने दिया था नियुक्ति पत्र
गौरतलब है कि 15 जून को लखनऊ में गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन आरक्षियों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे। भर्ती में शामिल 12,000 से अधिक महिलाएं भी इस नई डिजिटल चुनौती का हिस्सा बन रही हैं।