उत्तर प्रदेश के उन्नाव में पुलिस से आहत एक युवक ने एसपी ऑफिस के अंदर बुधवार को आत्मदाह का प्रयास किया था. इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने सड़क पर जाम लगा दिया था. इस मामले में एसपी सिद्धार्थ मीना ने बड़ा एक्शन लिया है. उन्होंने पुरवा सर्किल ऑफिसर(CO) दीपक कुमार और SHO सुरेश कुमार को हटा दिया है. सीओ को एसपी ऑफिस से अटैच किया गया है.
जिले के थाना पुरवा के भोलेमऊ गांव के रहने वाले श्रीचंद्र ने आत्मदाह की कोशिश की थी. उसे उपचार के लिए गंभीर हालत में लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. गुरुवार की रात इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम किया गया. श्रीचंद की मौत के बाद उसके गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए वहां भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है.
बुधवार को एसपी ऑफिस में लगा ली थी आग
बुधवार को पुरवा के भोलेमऊ गांव के रहने वाले श्रीचंद्र ने एसपी ऑफिस के अंदर सीओ पुरवा पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़कर आग लगा ली थी. गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया था. यहां उसकी हालत को गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए केजीएमसी लखनऊ भेज दिया गया था. जहां उसकी गुरुवार की रात इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक ने पुलिस पर जमीन विवाद को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे.
गुस्साए परिजनों ने पुरवा-अचलगंज मार्ग को किया जाम
युवक की मौत से नाराज परिजनों ने पुरवा-अचलगंज मार्ग को जाम कर दिया था. परिजन सीओ पुरवा दीपक कुमार को हटाने की मांग पर अड़े थे. इस मामले में एसपी सिद्धार्थ मीना ने कार्रवाई करते हुए सीओ पुरवा दीपक कुमार को एसपी ऑफिस से अटैच कर दिया है. एसएचओ पुरवा सुरेश कुमार सिंह को हटाकर प्रभारी रिट सेल में तबादला किया है.
पुलिस पर उत्पीडन का आरोप
पुरवा तहसील के भूलेमऊ गांव निवासी श्रीचंद्र के परिवार का गांव के ही एक पक्ष से जमीनी विवाद चल रहा था. जिसको लेकर 18 अक्टूबर की शाम को विपक्षी पक्ष ने श्रीचंद्र के परिवार के ऊपर हमला कर दिया था. इस मामले में पीड़ित पक्ष ने आरोपियों के खिलाफ पुरवा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था. पीड़ित पक्ष का आरोप था कि सीओ दीपक कुमार ने पैसा लेकर आरोपियों का साथ दिया और जांच में एफआईआर से तीन लोगों के नाम हटा दिए थे. इसके साथ ही आरोपियों की ओर से श्रीचंद्र और उनके परिवार पर क्रास एफआईआर लिख दी गई थी.