मुरादाबाद में इंसानियत और कर्तव्य का ऐसा उदाहरण सामने आया है, जो पुलिस की मानवीय सोच को दर्शाता है। आमजन की सुरक्षा में 24 घंटे तैनात रहने वाली पुलिस इस बार एक बेजुबान जानवर की जान बचाने के लिए आगे आई। मामला मुगलपुरा क्षेत्र का है, जहां मोहल्ला गोकुलदास में 6 अप्रैल की रात एक बंदर तीसरी मंजिल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा स्थानीय निवासी मुर्तजा अली के आंगन में हुआ, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
गोद में उठाकर पहुंचे अस्पताल
सूचना मिलते ही लालबाग चौकी प्रभारी ओम शुक्ला मौके पर पहुंचे और खून से लथपथ बंदर को गोद में उठाकर ताड़ीखाना पशु चिकित्सालय ले गए। यहां डॉक्टरों ने उसे सिर में गंभीर चोटें होने की पुष्टि की। प्राथमिक उपचार के बाद भी जब कई दिनों तक कोई खास सुधार नहीं हुआ, तो ओम शुक्ला ने बेजुबान की जान बचाने का संकल्प लिया।
उन्होंने पशु चिकित्सक की सलाह पर एसएसपी सतपाल अंतिल और एसपी सिटी रणविजय सिंह से अनुमति ली और खुद घायल बंदर को लेकर करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI), बरेली पहुंचे। वहां बंदर को भर्ती कराया गया और अब उसकी तबीयत में सुधार है।
हो रहा स्वस्थ
ओम शुक्ला लगातार बंदर के स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं। अब बंदर न सिर्फ खाना-पीना शुरू कर चुका है, बल्कि धीरे-धीरे स्वस्थ भी हो रहा है। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य पुलिस की संवेदनशील छवि को उजागर करता है। यह घटना दर्शाती है कि खाकी सिर्फ कानून व्यवस्था नहीं, बल्कि करुणा की भी मिसाल है।