14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कानून-व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधों को लेकर सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। उन्होंने सभी जिलों के एसपी, एसएसपी, एडीजी, आईजी, और पुलिस कमिश्नरों को निर्देशित किया कि कार्यक्रमों के दौरान पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए।
थानों को सख्ती बरतने के आदेश जारी
जानकारी के मुताबिक, डीजीपी ने आयोजकों और नागरिकों के माध्यम से लोगों को प्रेरित करने की बात कही। साथ ही, उन्होंने पुलिस भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों के सत्यापन, गोतस्करी, और शरारती तत्वों की पहचान जैसे मुद्दों पर भी स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। सभी थानों को खुफिया इनपुट के आधार पर सतर्क रहने को कहा गया है।
मीटिंग में लव जिहाद और गोवध के मामलों पर सख्त और त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए गए। संगठित गिरोहों की पहचान कर उनकी संपत्ति जब्त करने की बात कही गई है। मादक पदार्थों और अपराधों में लिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी मुख्यालय स्तर से कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। डीजीपी प्रशांत कुमार की मानें तो अब से लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुख्यालय स्तर से कार्यवाही की जाएगी।
इस बारे में भी दिए निर्देश
गर्मी में संभावित आग की घटनाओं को देखते हुए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों और उपकरणों को तैयार रखने और संवेदनशील इलाकों में अस्थायी चौकियों की स्थापना की बात कही गई।
बेसिक पुलिसिंग को मजबूत करने, बीट सिस्टम को सक्रिय करने, सोशल मीडिया पर निगरानी, और युवाओं को डिजिटल वॉरियर्स के रूप में जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। दंगा नियंत्रण अभ्यास और एंटी राइट इक्यूपमेंट के साथ ड्यूटी सुनिश्चित करने पर भी विशेष जोर दिया गया है।