गाजियाबाद में बीजेपी नेता को गैंगस्टर एक्ट में जेल भेजना चौकी इंचार्ज को भारी पड़ गया है। दरअसल, गाजियाबाद की खोड़ा पुलिस ने बीजेपी युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अनुज कसाना को सख्त गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। कुछ ही देर के बाद जब थाने के आस-पास हंगामा शुरू हो गया तो यह घटनाक्रम राजनीति और पुलिस विभाग के बीच तनाव बढ़ने लगा। गैंगस्टर एक्ट के तहत हुई कार्रवाई के विरोध में बृहस्पतिवार को माेर्चा के पदाधिकारियों व भाजपाइयों ने इंदिरापुरम कोतवाली का घेराव कर दिया। ऐसे में आज जाकर बीजेपी नेता को गिरफ्तार करने वाले चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, बीजेपी नेता अनुज कसाना और भाई अमित कसाना थाना खोड़ा में रंगदारी, अपहरण, बंधक बनाकर मारपीट करने के मामले दर्ज हैं। इसी वजह से खोड़ा थाने से दोनों भाइयों समेत तीन के खिलाफ बुधवार रात को गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की गई है। इसी मामले में बुधवार की रात इंदिरापुरम कोतवाली पुलिस ने बुधवार रात को अनुज को गिरफ्तार कर लिया। मामले की जानकारी भाजयुमो पदाधिकारी को लगी। बृहस्पतिवार सुबह करीब 11 बजे भाजयुमों के सौ से अधिक कार्यक्रर्ता व पदाधिकारी इंदिरापुरम कोतवाली पहुंच गए। गुरुवार को बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इंदिरापुरम थाने के बाहर एकत्र हुए और अपनी नाराजगी जाहिर की। पांच घंटे से अधिक समय तक विरोध प्रदर्शन करते हुए बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उनके नेता को गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।
चौकी इंचार्ज सस्पेंड
भाजयुमो महानगर अध्यक्ष सचिन डेढा का आरोप था कि अनुज पर एक केस था। उसके भाई की जमानत के सत्यापन के नाम पर खोड़ा थाने बुलाकर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई कर दी गई। जबकि उसकी मां अस्पताल में हैं। अपराधी की तरह इंदिरापुरम कोतवाली के पीछे के गेट से पुलिसकर्मी कोर्ट ले गए। उन्होंने गलत फंसाने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं इस दौरान ये आरोप लगाया गया कि कि खोड़ा थाने के चौकी के प्रभारी मनीष कुमार ने अनुज को धमकी दी थी। इसी के चलते अब चौकी इंचार्ज मनीष कुमार का पुलिस लाइन ट्रांसफर कर दिया गया है। अफसरों का कहना है कि आगे की कार्रवाई अब रिपोर्ट के आधार पर होगी।