उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ महाकुंभ में पुलिसकर्मी एक दूसरे के साथ मिलकर लोगों की सुरक्षा में लगे हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ मथुरा जिले में पुलिसकर्मी आपस में ही भिड़े हुए हैं। यह मामला मथुरा के छाता कोतवाली का है जहां एक दरोगा ने उसे इसलिए इंस्पेक्टर से बदतमीजी की, क्योंकि उसकी नाइट ड्यूटी उसके मनचाही स्थान पर नहीं लगी थी। खबरों की माने तो दरोगा उसे वक्त शराब के नशे में था। ऐसे में उसने थाना प्रभारी से बदसलूकी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आइए आपको बताते हैं कि पूरा मामला है क्या।
ये था मामला
जानकारी के मुताबिक, ये मामला छाता कोतवाली का है। जहां गुरुवार की शाम 7 बजे के करीब थाना प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार त्यागी ने दरोगा सत्येंद्र सिंह की उनके मनचाहे स्थान पर नाइट ड्यूटी नहीं लगाई। इस बात का जब दरोगा ने विरोध किया तो थाना प्रभारी निरीक्षक ने दरोगा को डांट दिया। इसी पर दरोगा ने गलत तरीके से जवाब दे दिया। बस फिर क्या था दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों एक दूसरे को गाली देने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि थाने में मौजूद फरियादी डर की वजह से वहां से चले गए। जैसे ही थाना प्रभारी निरीक्षक ने इसकी जानकारी सीओ छाता को दी वो सीओ आशीष कुमार शर्मा तुरंत ही मौके पर पहुंच गए। देर रात तक दोनों के बीच समझौता का प्रयास जारी था। फिलहाल सीओ छाता आशीष कुमार ने बताया कि ड्यूटी लगाने को लेकर दोनों के बीच हल्की नोक-झोंक हो गई। अमर्यादित भाषा का प्रयोग किसी ने नहीं किया है।
एसएसपी ने दी जानकारी
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि थाना प्रभारी निरीक्षक ने दरोगा की नाइट ड्यूटी लगाई। इसको लेकर उसने विरोध किया तो थाना प्रभारी ने दरोगा को डांट दिया। नोक-झोंक या गाली गलौज जैसा कोई मामला नहीं है। लेकिन फिर भी मामले की जांच सख्ती से कराई जाएगी।