13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत हो गई है। ऐसे में पूरे प्रयागराज से लेकर वाराणसी और अयोध्या में भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी जा रही है। महाकुंभ का पहला शाही स्नान 14 जनवरी को था, और अब दूसरा शाही स्नान मौनी अमावस्या को होगा। ऐसे में आगामी मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज के साथ-साथ पर अयोध्या में होने वाले भव्य आयोजनों और खासकर राम मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आने की उम्मीद है। ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए एक बड़ी कार्ययोजना तैयार की है। अयोध्या में इस दिन 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, और इस लिहाज से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना बेहद जरूरी है।
मांगी गई अतिरिक्त फोर्स
जानकारी के मुताबिक मौनी अमावस्या से पहले गणतंत्र दिवस भी है, ऐसे में यूपी पुलिस अयोध्या में गणतंत्र दिवस और राम मंदिर परिसर में विशेष सुरक्षा प्रबंधों को लेकर सख्त कदम उठाएगी। इसमें सार्वजनिक सुरक्षाके लिए कई बिंदुओं पर रणनीति बनाई जा रही है, जैसे कि ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। कई नई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे हैं। इसके साथ-साथ शहर के प्रमुख स्थानों पर आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) की तैनाती की जा रही है।अफसरों का मानना है कि इस बार दोगुना से अधिक श्रद्धालुओं अयोध्या आ सकते हैं। ऐसे में लखनऊ जोन स्तर से लगभग एक हजार अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की ड्यूटी अयोध्या में लगाए जाने की तैयारी है। इसके साथ-साथ अयोध्या प्रशासन ने डीजीपी मुख्यालय से पांच कंपनी अतिरिक्त पीएसी की मांग भी की है। केंद्र सरकार से भी तीन कंपनी आरएएफ की मांग की गई है, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी की संभावना न की जाए।
किए जा रहे कई उपाय
अयोध्या में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या के मद्देनजर पुलिस ने भीड़ प्रबंधन को लेकर भी कई उपाय किए हैं। इसके लिए श्रद्धालुओं की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए विशेष रास्तों और गेटों की पहचान की जाएगी। मुख्य स्थानों पर बैरिकेडिंग और कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे। विशाल पार्किंग स्थल निर्धारित किए जाएंगे, ताकि यातायात में रुकावट न आए। ये योजना न केवल श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगी, बल्कि शहर में सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने में भी मददगार साबित होगी।