प्रदेश के गोरखपुर में चिलुआताल थाना के एक दरोगा और सिपाही में बरगदवा चौकी पर विवाद हो गया। सिकरीगंज थाने में तैनात दरोगा आसिफ अली शेख और सस्पेंड सिपाही राजेंद्र गौड़ आपस में इस कदर भिड़ गए कि सिपाही ने ईंट से दरोगा के सिर पर हमला कर दिया। इसके बाद दांत से भी काटा, दरोगा ने भी अपने बचाव में सिपाही को धक्का दिया, हाथापाई भी की जिससे सिपाही के चेहरे पर भी चोट आई है। विवाद होने के बाद चौकी इंचार्ज की मौजूदगी में दोनों ने सुलह समझौता भी कर लिया। हालांकि, इसकी जानकारी SSP डॉ. गौरव ग्रोवर को हो गई। उन्होंने पूरे प्रकरण पर थानेदार से रिपोर्ट मांगी है।
वसूली की शिकायत आने पर SSP ने
SSP डॉ. गौरव ग्रोवर का कहना है कि बरगदवा चौकी पर दरोगा और सिपाही में मारपीट की जानकारी हुई है। थानेदार से पूरे प्रकरण पर रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, दरोगा आसिफ अली शेख और आरोपी सिपाही राजेंद्र गौड़ की कुछ समय पहले शाहपुर थाने में तैनाती थी। इस दौरान वसूली की शिकायत आने पर SSP ने पूरे प्रकरण की जांच कराई थी और दोषी पाए जाने पर सिपाही राजेंद्र को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद से ही सिपाही राजेंद्र गौड़ दरोगा से खार खाया था वह इसके लिए दरोगा को ही जिम्मेदार मानता और घूम-घूमकर विभाग के लोगों के सामने दरोगा को गाली देते हुए कहता था कि दरोगा ने ही गलत रिपोर्ट दी थी, जिसकी वजह से उस पर कार्रवाई हो गई। बताया जा रहा है कि गुरुवार को एक सरकारी काम से दरोगा आसिफ अली शेख बरगदवां चौकी पर गए थे, वे चौकी इंचार्ज से बातचीत कर रहे थे। इसी बीच किसी काम से चौकी इंचार्ज चौकी के अंदर चले गए और उसी दौरान सिपाही राजेन्द्र अपनी गाड़ी खड़ी करने के लिए आ गया। दरोगा को देखते ही वह गुस्से में लाल हो गया। बाद-विवाद कर उलझने लगा।
सिपाही ने दरोगा को दांत काट लिया
दरोगा बचाव के मूड में थे पर सिपाही ने पुरानी बात याद कर SSP द्वारा कार्रवाई कराने की बात याद दिलाई जिसके बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट हो गई। सिपाही ने दरोगा को दांत काट लिया। फिर ईंट से भी हमला कर दिया और दारोगा ने भी धक्का दिया। पुलिस वालों के बीच मारपीट की सूचना पर आए बरगदवा चौकी इंचार्ज और चौकी के अन्य पुलिसकर्मी भागे-भागे आए और उन्हें अलग-अलग किया। एक दूसरे को देख लेने और गाली गलौच के बीच कुछ देर बाद मामले को शांत हो गया। चौकी इंचार्ज ने दोनों में सुलह कर दिया, हालांकि मारपीट की सरेआम हुई यह घटना किसी ने SSP तक पहुंचा दी जिसके बाद SSP ने जांच शुरू करा दी है।