उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें नाका हिंडोला थाने में तैनात पीआरडी महिला जवान जूली शर्मा ने उसी थाने की महिला दीवान पर दुर्व्यवहार और मारपीट की कोशिश का आरोप लगाया है। यह पूरा विवाद थाना परिसर के भीतर घटित हुआ, जहां अन्य पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में मामला इतना बढ़ गया कि बीच-बचाव करना पड़ा।
ये है मामला
जूली शर्मा ने आरोप लगाया कि ड्यूटी पर एक घंटे की देरी से पहुंचने के चलते जब वह जीडी पर बैठी महिला कर्मी से विनम्रता से निवेदन कर रही थीं कि आज की ड्यूटी में उन्हें शामिल कर लिया जाए क्योंकि उनके घर मेहमान आ गए थे और बच्चों की जिम्मेदारी थी, तभी वहां मौजूद महिला दीवान नीतू सिंह अचानक नाराज़ हो गईं और बेहद अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने लगीं।
जूली के मुताबिक, जब उन्होंने नीतू सिंह से बदतमीजी न करने को कहा, तो दीवान ने न केवल उन्हें गालियां दीं बल्कि मारपीट करने की कोशिश भी की। जवान का यह भी दावा है कि पूरा घटनाक्रम थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है।
जूली का कहना है कि महिला दीवान ने उन्हें नीचा दिखाते हुए कहा, “तुम हो कौन? तुम्हारी औकात क्या है? तुम पीआरडी हो, तुम्हें क्या हक है यहां बोलने का?” जब उन्होंने पलट कर सवाल किया कि आप कौन हैं, तो जवाब मिला, “मैं महिला दीवान हूं, चाहूं तो तुम्हारी आमद ही दर्ज न होने दूं।”
जांच की उठी मांग
घटना के बाद जूली शर्मा ने डीसीपी सेंट्रल कार्यालय पहुंचकर पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें केवल अपमानित ही नहीं किया गया, बल्कि उनके साथ एक पुलिस परिसर में दुर्व्यवहार हुआ है, जिसकी जांच होनी चाहिए।