प्रयागराज में अपराधियों के साथ पुलिसकर्मियों की नज़दीकियों की जो तस्वीरें अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं—जैसे चाय की प्याली थमाई जा रही हो या थाने में आराम से बैठे अपराधी—अब ऐसे नज़ारे अतीत की बात बनने वाले हैं। प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट में अब थानों में ‘विशेष सत्कार’ पर रोक लगेगी।
ऑनलाइन जनसुनवाई में दिए निर्देश
एडिशनल पुलिस कमिश्नर (ACP) डॉ. अजय पाल शर्मा ने ऑनलाइन जनसंवाद के दौरान शहर के सभी थाना प्रभारियों को साफ शब्दों में निर्देशित किया कि थाने में अपराधियों को मेहमान जैसा व्यवहार नहीं मिलेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपराधियों को चाय-पानी परोसने की कोई भी घटना न केवल पुलिस की साख को गिराती है, बल्कि जनता के भरोसे को भी ठेस पहुंचाती है।
एसीपी ने कहा, “कोई भी थाना प्रभारी अगर थाने में हिस्ट्रीशीटर को बुलाकर चाय पिलाता है या उसे बैठाकर बात करता है, तो यह गंभीर अनुशासनहीनता मानी जाएगी। ऐसा पाया गया तो संबंधित के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।”
इसी बैठक में यह भी निर्देश जारी किया गया कि पुलिस केवल न्यायालय के आदेशों के अनुपालन तक सीमित रहेगी। निजी भूमि विवादों में थानेदारों की अनावश्यक भूमिका अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति ज़मीन कब्जाने की कोशिश कर रहा है या किसी को बेवजह प्रताड़ित कर रहा है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई ज़रूर होगी, लेकिन पुलिस खुद पक्ष नहीं बनेगी।
पुलिस की छवि सुधारने की दिशा में पहल
डॉ. अजय पाल शर्मा ने यह भी दोहराया कि ऐसे फैसले पुलिस को जनता के बीच ज़िम्मेदार, निष्पक्ष और संवेदनशील संस्था के रूप में प्रस्तुत करने के लिए ज़रूरी हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पुलिस-अपराधी की मेल-जोल वाली तस्वीरें विभाग की प्रतिष्ठा के लिए नुकसानदेह हैं, और यह अब सख्ती से रोका जाएगा।