फिरोजाबाद के शिकोहाबाद में तैनात सिपाही की सोशल मीडिया गतिविधि ने न केवल उसके लिए मुश्किलें बढ़ा दीं, बल्कि पुलिस विभाग को भी कठघरे में खड़ा कर दिया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर एक आपत्तिजनक व्हाट्सएप स्टेटस डाले जाने के बाद मामला धीरे-धीरे गंभीर रूप ले गया।
सिपाही प्रदीप ठाकुर द्वारा पोस्ट किया गया यह स्टेटस जल्द ही विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। उसकी भाषा को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया जताई, जिसके बाद मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया।
राजनीतिक गरमाहट के बीच तुरंत जांच के आदेश
सपा के जिला अध्यक्ष शिवराज सिंह यादव ने इसे पार्टी की गरिमा पर हमला बताते हुए एसएसपी सौरभ दीक्षित से कड़ी कार्रवाई की मांग की। शिकायत मिलते ही मामले की जांच सीओ सदर चंचल त्यागी को सौंपी गई, जिन्हें 24 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।
जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि सिर्फ प्रदीप ठाकुर ही नहीं, बल्कि पांच अन्य पुलिसकर्मियों ने भी उस स्टेटस को साझा कर अनुशासनहीनता दिखाई। इनमें मुख्य आरक्षी कुलदीप सहित आरक्षी राहुल, अमित, अरुण और सौरभ का नाम सामने आया। सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
एसएसपी ने जानकारी दी कि ये सभी सिपाही फिलहाल अयोध्या में विशेष ड्यूटी पर तैनात थे। कुछ थाने स्तर पर तो कुछ कार्यालय में कार्यरत थे। विभाग ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की राजनीतिक टिप्पणी या पक्षपातपूर्ण स्टैंड पुलिसिया आचरण के खिलाफ है।
जांच का दायरा बढ़ा, आगे और कार्रवाई संभव
फिलहाल कुछ और नामों की भी जांच चल रही है जिन्होंने उस पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी या उसे आगे साझा किया। अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया पर गैर-जिम्मेदाराना रवैये को लेकर सख्ती बरती जाएगी, ताकि विभाग की निष्पक्षता बनी रहे।