बरेली के एडीजी जोन रमित शर्मा ने पुलिस पेंशनरों के सम्मान में एक अनूठी पहल शुरू की है। इस पहल के तहत, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को परिवार के बुजुर्गों की तरह सम्मानित किया जाएगा। इस पहल से रिटायर्ड पुलिस पेंशनरों के चेहरे खिल उठे हैं, क्योंकि वे खाकी परिवार के अपने लोगों के बीच खुद को पाकर गदगद हो गए हैं।
कई जिलों के पुलिस पेंशनर हुए मीटिंग में शामिल
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में बरेली जिले में रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें सेवानिवृत्त अधिकारियों के अनुभवों और सुझावों को पुलिस तंत्र में शामिल करने और उनकी समस्याओं के समाधान पर चर्चा की गई। इस बैठक में सेवानिवृत्त पुलिस पेंशनरों के संघ के अध्यक्ष, पदाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), पुलिस अधीक्षक (एसपी), और नोडल अधिकारी भी शामिल हुए। बरेली जोन कार्यालय में बरेली जिले के प्रतिनिधि व्यक्तिगत रूप से शामिल हुए, जबकि अन्य आठ जिलों के अधिकारी और पेंशनर ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
मिलेगा काफी फायदा
इस बैठक में एडीजी ने ये साफतौर पर कहा कि माह पहले सप्ताह में पुलिस पेंशनर कल्याण संस्थान के पदाधिकारीगण की बैठक थानों पर सुनिश्चित करायें। इसके लिए हर जिले के पुलिसकर्मी, पहले से ही पुलिस पेंशनरों की सूची सत्यापित कर अपडेट कर लें। हर तीन महीने में हल्का दरोगा, एक बीट कांस्टेबल पेंशनरों के परिवारों के पास जाकर उनकी कुशलक्षेम पूछ ले। परिवार पेंशन का रजिस्टर तैयार कर लें। उन्होंने ये क्लीयर कर दिया कि पुलिस पेंशनरों को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। ऐसा कहा जा रहा है कि इस पहल से पुलिस पेंशनरों को सम्मान और समर्थन मिलेगा, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान होगा और पुलिस तंत्र में सुधार होगा।