बागपत जिले के पुलिसकर्मियों के लिए सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आवासीय सुविधाओं को बेहतर बनाने का फैसला किया है। अब पुलिसकर्मियों को किराए के मकानों में रहने की मजबूरी से छुटकारा मिलेगा। दरअसल, पुलिस लाइन में बन रहा 9 मंजिला आधुनिक भवन अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है और इसे अगले महीने पुलिस विभाग को सौंप दिया जाएगा। इस भवन में विभिन्न रैंकों के पुलिसकर्मियों के लिए आवास होंगे, जिससे उन्हें अपने कार्यस्थल के पास ही रहने की सुविधा मिलेगी।
नए भवनों का निर्माण जल्द होगा शुरू
सरकार केवल 9 मंजिला इमारत तक सीमित नहीं है, बल्कि जिले में 13 मंजिला और 8 मंजिला दो और भवनों का निर्माण भी जल्द शुरू होने वाला है। इन भवनों के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। यह कदम जिले में पुलिसकर्मियों के लिए स्थायी और सुविधाजनक आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।
सिर्फ पुलिस लाइन ही नहीं, बल्कि जिले के सभी थानों में भी महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों के लिए ट्रांजिट हॉस्टल बनाए जाएंगे। इससे उन पुलिसकर्मियों को लाभ मिलेगा, जो ड्यूटी के दौरान अस्थायी रूप से रहने के लिए स्थान खोजने में कठिनाई महसूस करते हैं।
आवासीय समस्या से राहत मिलेगी
आपको बता दें कि बागपत जिले में कुल 2017 पुलिसकर्मी तैनात हैं, जिनमें से करीब 50 प्रतिशत को सरकारी आवास उपलब्ध नहीं होने के कारण किराए पर रहना पड़ता है। कई पुलिसकर्मी तो बागपत से दूर गाजियाबाद और अन्य जिलों में अपने परिवार के साथ रहते हैं और रोजाना बस या निजी वाहनों से ड्यूटी पर आते हैं।
बागपत के एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि सभी रैंक के पुलिसकर्मियों के लिए आवास बनाए जा रहे हैं और उन्हें उनके पद के अनुसार आवास आवंटित किया जाएगा। सभी नए भवनों में लिफ्ट, सुरक्षा और अन्य आधुनिक सुविधाएं होंगी, जिससे पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों को बेहतर जीवनयापन की सुविधा मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर हो रहा निर्माण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद यह कदम उठाया गया है ताकि पुलिसकर्मियों को अच्छी रहने की व्यवस्था मिले और वे बिना किसी तनाव के अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें। इन नई आवासीय परियोजनाओं के पूरा होने के बाद पुलिसकर्मियों की जीवनशैली में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में अधिक सुविधा होगी।