उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी त्योहारों अलविदा जुमे और ईद को लेकर सख्त सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशभर के अधिकारियों को सतर्क रहने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के सख्त आदेश दिए हैं। इसी क्रम में अब मेरठ डीआईजी कलानिधि नैथानी ने भी अफसरों को निर्देश जारी किए हैं।
डीआईजी ने दिया निर्देश
जानकारी के मुताबिक, मेरठ रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने निर्देश दिया है कि सार्वजनिक स्थलों, सड़कों या बाजारों में नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं होगी। यदि कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को निर्धारित धार्मिक स्थलों पर ही नमाज अदा करनी होगी।
डीआईजी के निर्देशों पर ही मेरठ रेंज में 205 स्थानों को संवेदनशील घोषित किया गया है, जिन्हें हॉटस्पॉट की श्रेणी में रखा गया है। इन क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए 23 जोन और 79 सेक्टर बनाए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
इसके अलावा, कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 64 क्विक रिस्पांस टीम (QRT) तैनात की गई हैं। ईद के दौरान 471 ईदगाह और 1370 मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी, जहां पुलिस बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
ड्रोन से निगरानी और विशेष सुरक्षा प्रबंध
शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्रोन कैमरों से ईदगाह और मस्जिदों के आसपास निगरानी रखी जाएगी। हर जिले में पुलिस फोर्स को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों और संवेदनशील जगहों पर विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
सभी जिलों में पोस्टर पार्टी का गठन किया गया है, जो धार्मिक स्थलों की सुबह-सुबह चेकिंग करेगी। सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों पर पूरी नजर रखें और ईद से एक रात पहले ही निगरानी बढ़ा दें।
पीस कमेटी और 123 बैठकें आयोजित
प्रदेश में धर्मगुरुओं, स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की 123 बैठकें आयोजित की गई हैं। इसमें पीस कमेटी के सदस्यों और संभ्रांत नागरिकों को शामिल किया गया, ताकि त्योहारों के दौरान सौहार्द और भाईचारा बनाए रखा जा सके। इसके अलावा, ध्वनि विस्तारक यंत्रों (लाउडस्पीकर) के इस्तेमाल पर भी सख्त निगरानी रखी जाएगी। सोशल मीडिया पर भी पुलिस पूरी तरह सतर्क है। भड़काऊ पोस्ट या अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।