अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लखनऊ पुलिस ने ‘ईगल मोबाइल दस्ता’ का गठन किया है। पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र सिंह सेंगर की पहल पर बनाई गई इस टीम का मुख्य कार्य सक्रिय अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखना और उनका विस्तृत डोजियर तैयार करना है।
ऐसे बनी टीम
इस विशेष दस्ते में प्रत्येक थाने से दो सिपाही चुने गए हैं, जिन्हें अपराधियों की निगरानी और सूचना संग्रहण की जिम्मेदारी दी गई है। हर टीम को कम से कम 10 अपराधियों का डोजियर तैयार करना अनिवार्य है। इस प्रकार लखनऊ कमिश्नरेट की 51 टीमों द्वारा प्रतिदिन 510 अपराधियों की प्रोफाइल तैयार की जाएगी।
https://x.com/lkopolice/status/1913212814644383968
ईगल दस्ते को जेल से रिहा हुए अपराधियों की सूची भी दी जाएगी, जिनका घर जाकर सत्यापन किया जाएगा। साथ ही, थाने में तैयार अपराधी एलबम रजिस्टर को भी अपडेट रखना होगा। जेल जाने वाले अपराधियों से पूछताछ कर उनकी गतिविधियों की जानकारी जुटाई जाएगी और उसका भी रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा।
बनाया गया है व्हाट्सएप ग्रुप
इन टीमों के कार्यों की रोजाना निगरानी के लिए एक विशेष वॉट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसमें सभी टीमें अपने दिन भर की गतिविधियों की रिपोर्ट साझा करेंगी। यह रिपोर्ट डीसीपी स्तर से लेकर पुलिस आयुक्त को भेजी जाएगी, जिससे निगरानी और कार्रवाई में पारदर्शिता बनी रहे।
पुलिस कमिश्नरेट की यह पहल न सिर्फ अपराधियों पर लगाम कसने का प्रयास है, बल्कि कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम भी है।