प्रयागराज में पुलिस महकमे को नई दिशा देने की जिम्मेदारी अब आईपीएस अधिकारी जोगेन्द्र कुमार को सौंपी गई है। 2007 बैच के इस वरिष्ठ अधिकारी ने जिले के तीसरे पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद यह तीसरी नियुक्ति है और इससे पहले दो वरिष्ठ अधिकारी इस पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
पहले पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं ये अफसर
कमिश्नरेट प्रणाली की शुरुआत के समय 1999 बैच के रमित शर्मा को पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। उनके कार्यकाल को माफिया विरोधी अभियानों के लिए जाना जाता है। उन्होंने अतीक अहमद और उसके गिरोह के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए न सिर्फ अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा, बल्कि उनकी अवैध संपत्तियों को भी जब्त कराया। उनके बाद बरेली एडीजी के पद पर उनका तबादला हुआ।
दूसरे पुलिस कमिश्नर के रूप में तरुण गाबा ने जिम्मेदारी संभाली। वे 2001 बैच के अधिकारी हैं और सीबीआई में सेवाएं दे चुके हैं। प्रयागराज में कुंभ मेले की जटिल व्यवस्थाएं संभालने के अनुभव के चलते उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई थी। अब नए कमिश्नर के रूप में जोगिंदर कुमार की नियुक्ति प्रशासनिक दृष्टि से अहम मानी जा रही है।
पहले ही दिन गिनाई प्राथमिकताएं
जोगेन्द्र कुमार पहले प्रयागराज के एसएसपी भी रह चुके हैं, जिससे वे जिले की जमीनी हकीकत, कानून-व्यवस्था और अपराध के नेटवर्क से भलीभांति परिचित हैं।
कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने साफ किया कि अपराध, माफिया और भू-माफिया के विरुद्ध चल रहे अभियानों को तेज किया जाएगा। साथ ही पुलिसिंग को पारदर्शी, संवेदनशील और जनहितकारी बनाने पर विशेष बल दिया जाएगा।