उत्तर प्रदेश पुलिस के नए सिपाहियों की ट्रेनिंग इन दिनों राजधानी लखनऊ की कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन में जोरों पर है। शुक्रवार को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण खुद इस ट्रेनिंग सेंटर पर पहुंचे और वहां की व्यवस्था का निरीक्षण किया। उनके साथ कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।
नवागत सिपाहियों में भरा जोश और उम्मीदें
231 नवचयनित आरक्षियों ने प्रशिक्षण के लिए रिपोर्टिंग कर दी है। इनमें 187 पुरुष और 18 महिला सिपाही शामिल हैं। ये सभी हाल ही में यूपी पुलिस की 60,244 पदों वाली भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित हुए हैं। 15 जून से इनका जॉइंट ट्रेनिंग कोर्स (JTC) प्रारंभ हो चुका है, और जल्द ही लगभग 1,000 और प्रशिक्षु सिपाहियों के पहुंचने की संभावना है।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने न सिर्फ ट्रेनिंग की व्यवस्थाओं को देखा, बल्कि मौजूद सिपाहियों से व्यक्तिगत बातचीत भी की। उन्होंने युवाओं से पूछा कि वे पुलिस सेवा में क्यों आए और उनसे अपने कर्तव्यों के प्रति ईमानदार, अनुशासित और संवेदनशील रहने की अपील की।
निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने आवास, भोजन, अनुशासन और शारीरिक प्रशिक्षण से जुड़ी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि प्रशिक्षण के हर पहलू में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाए ताकि सिपाहियों को बेहतर माहौल मिले।
वरिष्ठ अफसरों की रही मौजूदगी
इस मौके पर लखनऊ पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर, जॉइंट सीपी क्राइम अमित वर्मा, आईजी कल्याण भवन, डीसीपी मुख्यालय, डीसीपी साउथ, एडीसीपी व एसीपी गोसाईंगंज भी उनके साथ थे। सभी ने मिलकर ट्रेनिंग प्रबंधन को सुचारु बनाए रखने पर चर्चा की।