मंगलवार रात कानपुर नगर पुलिस कमिश्नरेट के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भाग लेने के बाद लौटते समय डीजीपी प्रशांत कुमार अचानक लखनऊ के सरोजनीनगर थाने पहुंच गए। उनके अचानक निरीक्षण से पुलिस अधिकारी और कर्मचारी हैरान रह गए। बिना किसी पूर्व सूचना के डीजीपी को सामने देखकर अधिकारी हड़बड़ा गए। उन्होंने थाने की बैरकों, कार्यालयों और संपूर्ण परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया।
सुरक्षा व्यवस्था और गश्त को लेकर निर्देश
निरीक्षण के दौरान डीजीपी प्रशांत कुमार ने थाना प्रभारी और एसीपी कृष्णानगर से क्षेत्र की कानून-व्यवस्था, गश्त की स्थिति और सुरक्षा इंतजामों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की अराजकता, अफवाह या अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाई जाए। विशेष रूप से त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियमित गश्त और खुफिया निगरानी को तेज करने के निर्देश दिए गए।
निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने थाना परिसर में साफ-सफाई की कमी पाई, जिस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि परिसर को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखा जाए, ताकि यह अनुशासन और प्रशासनिक दक्षता का प्रतीक बन सके। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस थाने की स्थिति केवल प्रशासन की छवि ही नहीं, बल्कि आम जनता के विश्वास का भी प्रतिबिंब होती है।
सोशल मीडिया और सुरक्षा पर विशेष ध्यान
डीजीपी ने निर्देश दिए कि सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों पर कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि त्योहारों के दौरान असामाजिक तत्व माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं, इसलिए साइबर टीम और खुफिया तंत्र को पूरी तरह सक्रिय किया जाए।
इसके अलावा, सार्वजनिक स्थलों, धार्मिक स्थलों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश भी दिए। डीजीपी प्रशांत कुमार के इस औचक निरीक्षण से पुलिस प्रशासन को स्पष्ट संदेश मिल गया कि कानून-व्यवस्था और आंतरिक अनुशासन में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।