उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने मंगलवार को नोएडा में पुलिस व्यवस्था को और सशक्त बनाने के लिए कई नई परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इसमें 26 स्थानों पर वीडियो वॉल, 10 पिंक बूथ, दो थानों में ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट और आठ नई पुलिस चौकियों के भवनों का उद्घाटन शामिल था। इस मौके पर कई जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
अराजकतत्वों पर रखी जा रही नजर
अपने संबोधन में डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के बाद अब ऐसे लोग सामने आ रहे हैं, जो ऊंचे पदों पर रहते हुए अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे तत्वों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्नरी सिस्टम को उत्तर प्रदेश में लागू करने का फैसला 50 साल बाद लिया गया था और इसे सात चरणों में लागू किया गया। नोएडा और लखनऊ इसमें सबसे पहले शामिल किए गए। पिछले आठ वर्षों में यूपी पुलिस में बड़ी संख्या में भर्ती की गई है, जिससे पुलिस बल मजबूत हुआ है।
पुलिसकर्मियों के काम की भी की सराहना
डीजीपी ने पुलिस के सेवा भाव की सराहना करते हुए कहा कि कोविड महामारी और महाकुंभ के दौरान पुलिसकर्मियों ने निस्वार्थ भाव से काम किया। महामारी में जरूरतमंदों तक जरूरी सामान पहुंचाने से लेकर अंतिम संस्कार कराने तक, पुलिस ने हर मोर्चे पर अपना कर्तव्य निभाया।
उन्होंने कहा कि यूपी 112 की सेवा को पहले से ज्यादा तेज और प्रभावी बनाया गया है, जिससे अब पुलिस की प्रतिक्रिया का समय 30 मिनट से घटकर 8 मिनट रह गया है। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पिंक बूथ बनाए गए हैं।
इसके अलावा, नोएडा में भाषाओं की बाधा को दूर करने के लिए एक विशेष ऐप लॉन्च किया जाएगा, जिससे अलग-अलग भाषाओं में संवाद करना आसान होगा। उन्होंने नशे के बढ़ते खतरे पर चिंता जताई और इसके खिलाफ जनसहयोग की अपील की।