जहां एक तरफ योगी सरकार लगातार महिला सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठा रही है वहीं दूसरी तरफ प्रशासन के कुछ अवसर ही योगी सरकार के इस अभियान पर पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। मामला बागपत जिले का है जहां जिले के जिले नहीं महिला डिप्टी जेलर से दुष्कर्म का प्रयास किया। यह खबर सामने आते ही शासन से लेकर प्रशासन तक में हड़कंप मच गया। अभद्रता करने वाले जेलर को तत्काल प्रभाव से मुख्यालय से अटैच किया गया और जांच के लिए लखनऊ मुख्यालय से एक महिला अधिकारी को बागपत भेजा गया है। अब महिला अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि दोषी पाया जाता है तो उसकी खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होगी।
दफ्तर में ही की अभद्रता
जानकारी के मुताबिक, बागपत जिला जेल के अधीक्षक 31 दिसंबर को सेवानिवृत हो गए। जिसके बाद जेल का प्रभार जेलर जितेंद्र कश्यप को सौंपा गया था। ऐसे में नए वर्ष के मौके पर जेलर एक महिला डिप्टी जेलर समेत अन्य अधिकारियों के साथ महिला बैरेक पहुंचे। कार्यक्रम निपटाने के बाद जेलर समेत अन्य अधिकारी कार्यालय में बैठ गए। इस दौरान जेलर ने महिला डिप्टी जेलर को अपने कार्यालय में बुलाया कार्यालय का दरवाजा बंद कर उन्होंने महिला अधिकारी से छेड़छाड़ कर दुष्कर्म करने का प्रयास किया गया। जब महिला अफसर ने इसका विरोध किया तो उसमें साथ जमकर मारपीट की। खुद को बचाने के लिए महिला अफसर को बाथरूम में बंद होना पड़ा। महिला अधिकारी किसी तरह से अपने को बचाकर निकली और जेल गेट से फोन करके अपने पति को बुलाया और इसकी शिकायत विभाग के आईजी समेत अन्य अधिकारियों से की है।
सख्ती से होगी जांच
खबर सामने आने ने बाद और महिला अफसर की शिकायत पर आईजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने बागपत जेल के जेलर जितेंद्र कश्यप को मुख्यालय से अटैच कर दिया। बरेली के जेलर शैलेश सिंह को बागपत जेल भेजा गया है। लखनऊ से एक अफसर को भी बागपत भेजा गया है ताकि मामले की हकीकत का पता लगाया जा सके।