उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में एक बार फिर से भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। बुलंदशहर पुलिस लाइन में चल रही मेडिकल जांच के दौरान एक सिपाही पर अभ्यर्थी से रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
ये है मामला
जानकारी के अनुसार, अभ्यर्थी मनीष मेडिकल परीक्षण के लिए बुलंदशहर आया था। मेडिकल के बाद सिपाही गजेंद्र ने मनीष से कहा कि उसे पास कराने के लिए 35 हजार रुपये देने होंगे। मनीष ने भरोसा कर यह रकम दे दी, लेकिन इसके बावजूद मेडिकल रिपोर्ट में उसे अनफिट घोषित कर दिया गया। जब मनीष को अपनी रिपोर्ट मिली, तो उसे ठगे जाने का अहसास हुआ और उसने इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से कर दी।
शिकायत मिलते ही अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल प्रभाव से सिपाही गजेंद्र के खिलाफ नगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर दी। साथ ही उसे हिरासत में ले लिया गया है।
जांच के आदेश
इस प्रकरण को गंभीर मानते हुए एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने मामले की जांच की जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टर सुमित मलिक को सौंपी है। वहीं, मेडिकल प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए उस स्थान पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को हटा दिया गया है और उनकी जगह नई टीम तैनात कर दी गई है।
वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाए रखने के लिए किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।