उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपराधियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में रविवार सुबह मथुरा में पुलिस ने एक लाख के ईनामी कुख्यात अपराधी असद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि असद किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। जैसे ही वह हाईवे थाना क्षेत्र में पहुंचा, पुलिस ने उसे घेर लिया। खुद को फंसता देख उसने पुलिस पर गोलियां चला दीं, लेकिन जवाबी फायरिंग में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डीआईजी के नेतृत्व में हुआ ढेर
जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ में ढेर बदमाश असद पर हत्या, लूट और डकैती जैसे तीन दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज थे। वो छैमार गैंग का सरगना था और लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। डीआईजी शैलेश पांडे के नेतृत्व में पुलिस ने इस इनामी अपराधी को पकड़ने के लिए रणनीति तैयार की और आखिरकार उसे ढेर कर दिया।
अफसरों ने बताया कि, असद की आपराधिक गतिविधियां 2003 में जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले से शुरू हुई थीं, जहां उसने डकैती और लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद 2012 में उसने उत्तर प्रदेश के शामली में हत्या के साथ डकैती की। इसी तरह से तीन दर्जन मामले उसके खिलाफ दर्ज थे।
धीरे-धीरे वह यूपी, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने लगा। पुलिस कई महीनों से उसकी तलाश में थी, लेकिन वह हर बार फरार होने में कामयाब हो जाता था।
योगी सरकार में लगातार हो रही कार्रवाई
योगी सरकार अपराध मुक्त प्रदेश बनाने के अभियान में जुटी हुई है और अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। असद जैसे दुर्दांत अपराधी का खात्मा इसी नीति का हिस्सा है। पुलिस अब उसके गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए अभियान चला रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों को भी सूचना दे दी गई है।