गाजियाबाद के लोनी से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने यूपी के मुख्य सचिव और गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर को खुलेआम चुनौती दे डाली। भागवत कथा के दौरान दिए गए भाषण में उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन में हिम्मत है तो कथा समाप्त होने के बाद गाजियाबाद में किसी भी स्थान पर आमने-सामने आकर मुकाबला कर लें। उन्होंने यहां तक कहा कि गोलियां उनकी होंगी और सीना उनका।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
लोनी में रामकथा आयोजन से पहले कलश यात्रा निकाली जा रही थी, जिसमें डीजे बजाया जा रहा था। पुलिस ने तेज आवाज में म्यूजिक बजाने से रोका, जिससे विवाद बढ़ गया। विधायक समर्थकों ने पुलिस से बहस की और झड़प के दौरान नंद किशोर गुर्जर के कपड़े तक फट गए। इसके बाद विधायक अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
गुर्जर ने पुलिस प्रशासन पर भ्रष्टाचार और अन्याय करने के आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि उनके एक कार्यकर्ता को 11 हजार रुपये लेकर छोड़ा गया, जबकि लोनी बॉर्डर पर एक अन्य कार्यकर्ता से भी पैसे वसूले गए।
अब कथा में भाषण देने के दौरान उन्होंने कहा कि वे इन घटनाओं पर चुप रहे, लेकिन अब अन्याय सहन नहीं करेंगे। उन्होंने मंच से सीधे यूपी चीफ सेक्रेटरी और गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर को चुनौती दी है। नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी और पुलिस कमिश्नर तेरी मां ने दूध पिलाया है तो कथा के बाद गाजियबाद में कहीं भी जगह तय कर लेना, तेरी गोली होंगी, हमारे सीने होंगे।
मुख्यमंत्री से मांग और चेतावनी
विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि अगर चीफ सेक्रेटरी और पुलिस कमिश्नर पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे अन्न-जल त्याग देंगे और फटे कपड़ों में ही रहेंगे, चाहे उनकी जान चली जाए। उनका बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।