उत्तर प्रदेश पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। ड्यूटी के दौरान लापरवाही और अनुशासनहीनता की दो गंभीर घटनाओं ने पुलिस महकमे की छवि को धूमिल कर दिया है। इन मामलों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने तुरंत कठोर कार्रवाई करते हुए चार सिपाहियों को निलंबित और दो को लाइन हाजिर किया है।
ये हैं मामले
पहला मामला सुभाषनगर थाने से जुड़ा है, जहां सिपाही अवित बालियान और किताब सिंह ने लूट और छिनैती के मामलों में शामिल अपराधियों का बिना किसी सत्यापन के फर्जी रिपोर्ट तैयार कर दी। जब यह लापरवाही उजागर हुई, तो एसएसपी ने दोनों को तत्काल सस्पेंड कर दिया और विभागीय जांच बैठा दी।
दूसरी घटना किला थाना क्षेत्र की है, जो और भी शर्मनाक है। सेटेलाइट चौराहे पर चेकिंग कर रहे एसपी सिटी मानुष पारीक को सरकारी कार में बैठे चार पुलिसकर्मी शराब पीते मिले। ड्यूटी के दौरान शराब सेवन करते पकड़े गए सिपाही आशीष शर्मा, प्रशांत, दिलीप कुमार और चालक मंगत सिंह का व्यवहार बेहद गैरजिम्मेदाराना था।
जांच में पता चला कि आशीष शर्मा ने पहचान छिपाने के लिए कार की नंबर प्लेट ढकी थी और झूठ बोलकर आगरा तैनाती का दावा किया था। गहन पूछताछ में सच्चाई सामने आई, लेकिन सिपाही प्रशांत मौके से फरार हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए आशीष शर्मा और प्रशांत को निलंबित कर दिया गया, जबकि मंगत सिंह और दिलीप कुमार को लाइन हाजिर किया गया है।
एसएसपी ने कहा ये
इन मामलों में एसएसपी अनुराग आर्य ने दो टूक कहा कि अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है और भविष्य में भी इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।