उत्तर प्रदेश में हाल ही में उत्तराखंड पुलिस में एक ऐसी करवाई कि जिसके बाद दोनों प्रदेशों की पुलिस में तनातनी शुरू हो गई। दरअसल उत्तराखंड पुलिस ने हाल ही में काफी बड़ी टीम के साथ बरेली जिले में नशे के तस्करों को पकड़ने के लिए छापेमारी की थी। इस छापेमारी के लिए उन्होंने बरेली पुलिस को किसी तरह की कोई सूचना नहीं दी। ऐसे में अब बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने इस पर सवाल खड़े करे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि इस तरह की कार्यवाही करना अनुचित है। आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के अगरासपुर गांव में 9 मार्च को उत्तराखंड पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई ने दोनों राज्यों की पुलिस के बीच तनाव पैदा कर दिया है। उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में लगभग 300 पुलिसकर्मियों ने एक सर्जिकल स्ट्राइक के तहत इस गांव में प्रवेश किया था। उनका उद्देश्य नशा कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करना था। हालांकि, इस कार्रवाई से पहले बरेली पुलिस को सूचित नहीं किया गया था
एसएसपी ने उठाए सवाल
ऐसे में इस छापेमारी के बाद बरेली के एसएसपी नाराज हो गए। उन्होंने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में बिना पूर्व सूचना के इस तरह की कार्रवाई अनुचित है। उनका कहना था कि अगर बरेली में नशा कारोबारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करनी थी, तो पहले बताना जरूरी था। बिना बताए उनके जिले में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करना गलत था।
इस घटना के बाद, अगरासपुर गांव के कुछ ग्रामीणों ने उत्तराखंड पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इन शिकायतों के आधार पर बरेली के एसएसपी ने एसपी साउथ मुकेश मिश्रा के नेतृत्व में तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक जांच समिति गठित की है, जो इस मामले की जांच करेगी। बरेली एसएसपी की इस कार्रवाई से अब उधम सिंह नगर के एसएसपी भी भड़क गए हैं।