उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद गुरुवार को अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से कई मुद्दों को लेकर खुलकर बात की. उन्होंने अयोध्या में बीजेपी की हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, अयोध्या के लोगों ने बहुत बड़ा काम किया है. धर्म और राजनीति दूर रहें ये बहुत जरुरी है. उन्होंने कहा कि अयोध्या के चुनाव परिणाम को ससम्मान स्वीकार करना चाहिए. अयोध्या वाले दिल्ली की चिंता कर रहे हैं यही लोकतंत्र हैं.
छुट्टियों के लिए भी बहुत परेशानियों
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि धर्म राजनीति से दूर रहे तो अच्छा है क्योंकि बुनियादी मुद्दों पर बात होनी चाहिए. रोजगार, महंगाई और कानून व्यवस्था ये जरुरी मुद्दे हैं. धर्म व्यक्तिगत आस्था का विषय है. इस दौरान पुलिस और अर्धसैनिक बलों की स्थिति को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि मैंने अपनी रैलियों में देखा है कि वो किस तरह गर्मी में खड़े रहते थे. उनकों छुट्टियों के लिए भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है. धार्मिक आस्था रखने वाले लोगों को अयोध्या आना चाहिए. दर्शन-पूजन करना चाहिए. अयोध्या के चुनाव के परिणाम को लेकर जनता का फैसला है ससम्मान है इसको सबको स्वीकार करना चाहिए. आजाद ने 2027 विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ने का दावा किया और कही कि केंद्र की सरकार लंगड़ी सरकार है कभी भी गिर सकती है 400 पर का नारा देने वाले 250 का आंकड़ा पार नहीं कर पाए.
संसद में सबसे पहले उठाएंगे ये मुद्दा
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मैं संसद में इस मुद्दे को उठाऊंगा कि पुलिस कर्मियों से 8 घंटे की ड्यूटी की जाए और सप्ताह में एक दिन का उन्हें अवकाश मिले और उनके वेतन की विसंगतियां भी दूर की जाए. इतना ही नहीं बॉर्डर स्कीम खत्म करने की बात कहते हुए कहा कि पुलिस वालों को भी अपने परिवार के बीच में रहने का मौका मिले. सीएम योगी के पास शक्ति हैं वो इसे करें. उन्हें इस पर ध्यान देना चाहिए.
उन्होंने अग्निवीर योजना पर भी सवाल उठाए और कहा कि मैं शुरू से इसके विरोध में रहा हूं. अग्निवीर की वजह से देश की सेवा करने वालों का मनोबल कम हुआ है. सब कुछ ठेकेदारी प्रथा पर नहीं चल पाएगा. नीट परीक्षा को लेकर भी उन्होंने कहा कि हम छात्रों के हित में आंदोलन करेंगे और यह आंदोलन देशव्यापी होगा. परीक्षाओं में धोखा हो रहा है. इसकी जांच होनी चाहिए.