जहां एक तरफ यूपी पुलिस के जवान लोगों की सुरक्षा में जुटे रहते हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग पुलिस के जवानों और अफसरों को भी नहीं छोड़ रहे। दरअसल, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार के नाम पर फर्जी इंस्टाग्राम आईडी और यूट्यूब चैनल बनाकर लोगों से धन उगाही करने वाले एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने डीजीपी के नाम पर अकाउंट बनाकर उसे वेरिफाई भी करवा लिया था। ऐसे में अब उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। खासबात ये है कि आरोपी का भाई भी पुलिस में है और पिता रिटायर्ड हैं।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, आरोपी अमित कुमार, सहारनपुर जिले के नांगल क्षेत्र का निवासी है, जिसके पिता पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त दरोगा हैं और भाई वर्तमान में यूपी पुलिस में कार्यरत है। अमित ने वर्ष 2022 में DGP प्रशांत कुमार के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट ‘prashantk_dgp.up’ बनाया, जिसमें DGP की प्रोफाइल फोटो का उपयोग किया गया। उसकी इस फर्जी आईडी पर लगभग 76,000 फॉलोअर्स हो गए थे, और इसे असली दिखाने के लिए ब्लू टिक वेरीफिकेशन भी प्राप्त कर लिया गया था। हाल ही में जयपुर में हुए एक सड़क हादसे के पीड़ितों की मदद के नाम पर इस फर्जी आईडी से धन की मांग की जा रही थी, जिसमें क्यूआर कोड के माध्यम से पैसे भेजने के लिए कहा गया था। 30 दिसंबर 2024 को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, लखनऊ में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई। जांच के दौरान, आरोपी की लोकेशन सहारनपुर में पाई गई, जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
इतने रुपए की धोखाधड़ी
पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने DGP के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से फोटो डाउनलोड कर फर्जी आईडी पर पोस्ट की थीं, जिससे फॉलोअर्स की संख्या बढ़ी। आरोपी ने जयपुर हादसे के पीड़ितों की मदद के नाम पर क्यूआर कोड अपलोड कर लगभग 80,000 रुपये की धोखाधड़ी की थी। फिलहाल उसे अरेस्ट करके जेल भेजा गया है। आरोपी के पिता पुलिस से दरोगा के पद से रिटायर हुए हैं। उसका एक भाई सिपाही है, जोकि हाथरस में तैनात है।