माफिया अतीक अहमद से जुड़े लोगों की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उनके साढ़ू इमरान, उसके भाइयों और मां के खिलाफ धोखाधड़ी के नए मामले प्रकाश में आए हैं। पुलिस ने हाल ही में पांच नई एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन हड़पने और बेचने का आरोप है।
ये है मामला
ताजा मुकदमे की शुरुआत करेली थाना क्षेत्र से हुई, जहां रूकसार कुरैशी, फिरोज बानो, नाजमीन बानो, जिया तारिक अंसारी और सकील अहमद नामक पीड़ितों ने तहरीर दी। इन लोगों ने एक भूखंड खरीदा था, जिस पर निर्माण भी शुरू हो चुका था। लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि जिस प्लॉट पर वे निर्माण करा रहे हैं, उसकी आराजी संख्या असल में किसी और की निकली।
जांच में सामने आया कि भूमि के कागजात में भारी गड़बड़ी है। आरोप है कि इमरान, कामरान, जीशान उर्फ जानू और उनकी मां जाहिदा ने मिलकर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर, असली भूखंड की जानकारी छिपाते हुए फर्जी तरीके से बिक्री कर दी। इस धोखाधड़ी में कुछ बिचौलियों की संलिप्तता की भी बात सामने आ रही है।
पुलिस के अनुसार, जिस जमीन का सौदा किया गया वह 123/124 आराजी संख्या वाली भूमि है, जो कि मार्च 2021 में ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की जा चुकी थी। इस भूमि को बेचने का प्रयास न केवल कानून की अवहेलना है, बल्कि एक संगठित आपराधिक साजिश की ओर भी इशारा करता है।
पूर्व में भी इस जमीन से जुड़े एक मामले में तत्कालीन करेली थाना प्रभारी राजेश मौर्य ने इमरान समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। अब ताजा घटनाक्रम में पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ पांच नई एफआईआर दर्ज करते हुए दस्तावेजों की गहराई से जांच शुरू कर दी है।
चल रहा सत्यापन
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तहरीर में दिए गए सभी तथ्यों की दस्तावेज़ी जांच और सत्यापन चल रही है। इस पूरे मामले से साफ है कि अतीक अहमद से जुड़े नेटवर्क को कानून के शिकंजे में लेने की कार्रवाई अब तेज़ होती जा रही है।