UP POLICE के जवान ने फिलीपींस में मेडल जित देश का नाम किया रोशन

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हरदोई पुलिस के जवान ने फिलीपींस में सिलवर मेडल जीतक पूरे सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नही बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया. हेड कांस्टेबल समरजीत सिंह की इस उपलब्धि के लिए उन्हें पुलिस अधीक्षक ने सम्मानित भी किया है।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों को

उत्तर प्रदेश में पढ़ाई के साथ-साथ खेल पर बढ़ावा दिया जा रहा है. सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद खेलों को लेकर रुचि दिखा रहे हैं. साथ ही राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने का काम भी कर रहे हैं. हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो भी देश के लिए अच्छा खेलेगा उसको उत्तर प्रदेश में नौकरी देने का काम किया जाएगा. तमाम सरकारी विभागों में भी खेल कोटे से भर्ती हुए खिलाड़ी अपने-अपने विभाग को प्रमोट करने का काम करते हैं. देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, फिर चाहें वह किसी भी बड़े महानगर में हो या फिर किसी छोटे से गांव में, एक न एक दिन प्रतिभा का लोहा मनवाकर ही रहता है. ऐसे ही एक यूपी पुलिस के हेडकांस्टेबल हैं जिनकी बचपन से दौड़ने के शौक ने उन्हें देश ही नहीं फिलीपींस पहुंचा दिया और 36 देशों में से भारत के नाम पर सिल्वर पदक हासिल कर लिया.

गोल्ड मैडल हासिल किया

हरदोई पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल समरजीत सिंह ने पुलिस विभाग ही नहीं पूरे देश का मान बढ़ाया है. वह फिलीपींस में 8 से 12 नवंबर तक चली 22वीं एशियन मास्टर्स एथलेटिक गेम्स में 110 मीटर हाई हेडल में 36 देशों में से दूसरा स्थान प्राप्त किया और सिल्वर मेडल हासिल किया. समरजीत बताते हैं कि पहले स्थान पर जापान के यामादा ने गोल्ड मैडल हासिल किया, वहीं तीसरे स्थान पर श्रीलंका रही.समरजीत बताते हैं कि जब वह छात्र जीवन में थे तब से ही लॉन्ग जम्प, दौड़ जैसे कंपटीशन में प्रतिभाग करते थे. सबसे पहले उन्होंने हाई स्कूल में पढ़ते हुए गांव की एक प्रतियोगिता में लंबी कूद में प्रतिभाग किया और जीत गए. तब से वह लगातार कई प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर चुके हैं.

फिजिकल एजुकेशन की ट्रेनिंग लेने के बाद

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के रहने वाले समरजीत सिंह बताते हैं कि स्पोर्ट्स हॉस्टल मेरठ में रहकर उन्होंने 3 साल बिताए. उन्होंने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में लॉन्ग जम्प में कांस्य पदक जीता. उसके बाद फिजिकल एजुकेशन की ट्रेनिंग लेने के बाद 1995 में पुलिस में भर्ती हो गए. फिर भी वह नहीं रुके और लगातार आगे बढ़ते रहे. हरदोई पुलिस लाइन में तैनात समरजीत सिंह जो कि एक एथलीट हैं वह बताते हैं कि वह लखनऊ पुलिस की जोन टीम में रहकर ट्रेनिंग करते हैं. वह बताते हैं कि आज जो इन्होंने मुकाम हासिल किया है उसका सबसे ज्यादा श्रेय उनके पुलिस विभाग के अधिकारियों को जाता है. वह बताते हैं कि जब वह वापस भारत आए तो उन्हें जिले के एसपी केशवचंद्र गोस्वामी ने 20 हजार रुपये का नकद इनाम दिया और सराहना की.

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