राजस्थान के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने इस बार जबरदस्त कम बैक किया है। 2014 और 2019 में क्लीन स्वीप का दंश झेल चुकी कांग्रेस ने इस बार इंडिया गठबंधन के साथ मिलते हुए राजस्थान की 25 सीटों में से 11 सीटों पर अपना कब्जा जमाया। साथ ही बीजेपी को क्लीन स्वीप की हैट्रिक के सपने से वंचित कर दिया। इस बीच कांग्रेस के सांसदों का पुलिस और पॉलिटिक्स का अनूठा कनेक्शन देखने को मिला। कांग्रेस के तीन ऐसे सांसद हैं जिनका पुलिस से किसी न किसी प्रकार से कनेक्शन रहा है और अब यह तीनों सांसद बन चुके हैं। इनमें बाड़मेर लोकसभा सांसद उम्मेदा राम बेनीवाल, टोंक सवाई माधोपुर सांसद हरीश मीणा और भरतपुर की सांसद संजना जाटव हैं। इस रिपोर्ट के जरिए जानते हैं कि इन सांसदों का पुलिस के साथ क्या कनेक्शन रहा है।
संजना जाटव
भरतपुर की नवनिर्वाचित सांसद संजना जाटव सबसे कम उम्र की सांसद बन गई हैं। उन्होंने अपने ही राजनीतिक गुरु सचिन पायलट का यह रिकॉर्ड तोड़ दिया है। संजना जाटव 24-25 साल की उम्र में भरतपुर की सांसद बनी हैं। उनका भी पुलिस के साथ कनेक्शन है। संजना के पति कप्तान सिंह राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल हैं। सांसद संजना कि वर्ष 2016 में अलवर जिले की कठूमर विधानसभा के समूची गांव निवासी कप्तान सिंह से शादी हुई। संजना के पति अभी भी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। संजना के संघर्ष के पीछे एक कांग्रेसी नेता के उन्हें परेशान करने के कारण वह राजनीति में आई। इस बीच जयपुर में भी कांग्रेस के एक नेता ने उनके ससुर के सामने संजना का अपमान किया था। इसके बाद संजना के पति और ससुर ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया। जिसके बाद संजना ने बीजेपी के उम्मीदवार रामस्वरूप कोली को पराजित किया।
हरीश मीणा
टोंक सवाई माधोपुर के नवनिर्वाचित सांसद हरीश मीणा भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रह चुके हैं। हरीश मीणा 1976 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे। इस दौरान 2009 से 2013 तक हरीश मीणा राजस्थान के डीजीपी भी रहे। जिनका कार्यकाल अब तक के डीजीपी में सबसे अधिक रहा। हरीश मीणा ने सेवानिवृत्ति के बाद बीजेपी ज्वाइन की। जहां दौसा के सांसद भी रहे। इस बीच हरीश मीणा अपने भाई पूर्व केंद्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा के प्रयास से कांग्रेस में शामिल हुए। जहां देवली उनियारा विधानसभा से दो बार विधायक चुने गए। हाल ही में उन्होंने देवली विधायक रहते हुए लोकसभा चुनाव लड़ा। इसमें उन्होंने दो बार के सांसद रह चुके बीजेपी के सुखबीर सिंह जौनपुरिया को पराजित किया।
उम्मेदाराम बेनीवाल
बाड़मेर लोकसभा सीट के नवनिर्वाचित सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल का भी पुलिस से कनेक्शन रहा है। बेनीवाल बाड़मेर जिले के पूनियों का तला गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने 1995 में दिल्ली में बतौर पुलिस कांस्टेबल के रूप में ज्वाइन की। इस दौरान बेनीवाल 10 साल तक दिल्ली पुलिस में रहे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सांसदों का संसद में आना-जाना लगा रहता था और उनका पुलिस थाना भी संसद मार्ग पर ही था। सांसदों को आते जाते देखकर उनके मन में भी सांसद बनने की इच्छा जागी। बाद में उन्होंने नौकरी छोड़कर हैंडीक्राफ्ट का काम शुरू किया। उनका व्यापार अच्छा चला और फिर वह राजनीति में चले गए। हाल ही में लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रविंद्र सिंह भाटी को 1,18, 176 वोटो से पराजित किया।